मिथुन चक्रवर्ती को हमेशा से ही लोगों के बीच स्टार के तौर पर देखा जाता है. साल 1982 में जिस फिल्म से दिग्गज बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को दुनियाभर में जबरदस्त पहचान मिली. वह फिल्म अकेले ही फेमस फिल्मों पर भारी थी. दुनिया भर में 'डिस्को डांसर' के नाम से मशहूर भारतीय फिल्मों के वरिष्ठ अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को यह भारतीय फिल्म इंडस्ट्री सम्मान से मिथुन दा कहकर पुकारती है.
डिस्को किंग के तौर पर जाना जाता
इस सम्मान को प्राप्त करने के लिए उन्होंने भारत की अलग-अलग भाषाओं बंगाली, हिंदी, ओड़िया, भोजपुरी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और पंजाबी में साढ़े तीन सौ से ज्यादा फिल्में की हैं. दो फिल्मफेयर पुरस्कार और तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले मिथुन चक्रवर्ती को हिंदी सिनेमा के इतिहास के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक माना जाता है. मिथुन 300 से ज़्यादा फ़िल्में करने वाले दिग्गज की सबसे बेहतरीन फ़िल्मों को चुनना मुश्किल है. वहीं मिथुन दा की ज़्यादातर फ़िल्में कमर्शियल जॉनर की थीं. एक समय में उन्हें भारत के डिस्को किंग के तौर पर जाना जाता था.
डिस्को डांसर (1982)
मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म 'डिस्को डांसर' ने दुनियाभर में बॉक्स ऑफिस पर कुल 100.68 करोड़ की कमाई करने में सफलता हासिल की थी. आंकड़ों के अनुसार, भारत में 'डिस्को डांसर' ने भले ही सिर्फ 6.4 करोड़ की कमाई की थी, लेकिन विदेशों में यह फिल्म इस कदर छाई थी कि यह 1993 तक दुनियाभर में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी. यह 1982 में डोमेस्टिक इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 7वीं सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म थी, जिसका सबसे अधिक असर वेस्ट बंगाल में देखने को मिला था, जहां के मिथुन चक्रवर्ती रहने वाले हैं. इस फिल्म के बाद वह एक डांसिंग स्टार के रूप में इस इंडस्ट्री में स्थापित हो गए थे.
मृगया (1976)
मिथुन चक्रवर्ती ने इस फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की है.फिल्म के निर्देशक मृणाल सेन ने उन्हें एक इंस्टीट्यूट से खोजा था. मिथुन ने इस फिल्म में एक असाधारण तीरंदाज घिनुआ का किरदार निभाया था. जो अंग्रेजों से एक बड़े खेल के लिए शर्त लगाता है.
सुरक्षा(1979)
इस फिल्म के साथ मिथुन चक्रवर्ती ने अपने आपको भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक कमर्शियल हीरो के रूप में स्थापित किया. इस छोटे बजट की जासूसी वाली थ्रिलर फिल्म को रविकांत नागाइच ने निर्देशित किया है. इस फिल्म के बाद ही मिथुन चक्रवर्ती के आगे पीछे भारतीय सिनेमा के जाने-माने फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों की लाइन लग गई.
तहोदर कथा(1992)
मिथुन चक्रवर्ती की यह बंगाली भाषा की एक पीरियड ड्रामा फिल्म है जिसमें शानदार भूमिका निभाकर मिथुन ने सर्वश्रेष्ठ कलाकार के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार को जीता. बुद्धदेव दासगुप्ता के निर्देशन में बनी इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती ने एक फ्रीडम फाइटर की भूमिका निभाई है जो भारत को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए अपने अंतिम समय तक लड़ता रहा है.
अग्निपथ (1990)
यश जौहर के निर्माण में बनी इस फिल्म को वैसे अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्मों में से एक माना जाता है लेकिन इस फिल्म के लिए मिथुन चक्रवर्ती ने भी सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार की भूमिका निभाकर फिल्म फेयर पुरस्कार जीता है. फिल्म में मिथुन का किरदार बहुत ही अनोखा था. जब मिथुन एक संघर्षशील कलाकार थे, उस समय वह देवियो नाम के एक शख्स के साथ एक कमरे में रहते थे.
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