रामायण में मां सीता का रोल कर दर्शकों के दिलों में अपनी छवि छाप चुकीं दीपिका चिखलिया आज यानी कि 29 अप्रैल को अपना जन्मदिन मना रही हैं. उन्होंने अपने करियर में हिंदी, बंगाली, भोजपुरी, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, गुजराती तमाम भाषाओं में काम किया लेकिन रामायण में उनके सीता के किरदार के बाद कोई भी किरदार आज तक उनसे जुड़ा नहीं रहा. उन्हें तो आज भी लोग उसी अंदाज में पसंद करते हैं. हालांकि जब उन्हें सीता का रोल ऑफर हुआ था तब काफी हंगामा हुआ था. लोगों को इस बात से बड़ी आपत्ति थी कि सीता का रोल दीपिका चिखलिया को मिला है.
क्यों नाराज थे लोग ?
दीपिका को सीता का रोल दिए जाने से लोग इसलिए नाराज थे क्योंकि तब तक उन्हें बी ग्रेड फिल्मों की एक्ट्रेस का टैग मिल चुका था. उन्होंने कुछ ऐसे बोल्ड सीन दिए थे जिस वजह से लोग उन्हें इतने पूज्य रोल में सोच भी नहीं पा रहे थे.
दीपिका ने अपने करियर की शुरुआत साल 1983 में 'सुन मेरी लैला' से की थी. इसके बाद उन्होंने रुपए दस करोड़, घर का चिराग और खुदाई जैसी फिल्मों में काम किया. वह पहली बार सुर्खियों में तब आईं जब साल 1986 में फिल्म चीख में उन्होंने बेहद बोल्ड सीन दिए. इसके बाद फिल्म रात के अंधेरे में उनके बोल्ड सीन ने सनसनी मचा दी. इस वजह से उन्हें बी ग्रेड एक्ट्रेस का टैग मिल गया था. इन फिल्मों को पसंद नहीं किया गया और खूब बातें बनीं. इसी वजह से जब रामायण के साथ दीपिका का नाम जुड़ा तो लोग हजम नहीं कर पाए.
इस धार्मिक शो में दीपिका की कास्टिंग को लेकर खूब हंगामा हुआ था. लोगों ने काफी बुरा-भला भी कहा. लोग उन्हें इस रोल में एक्सेप्ट करने को तैयार नहीं थे लेकिन रामानंद सागर ने बिना किसी ट्रोलिंग की फिक्र किए अपना काम किया और दीपिका की इमेज पूरी तरह बदल गई.