दुनियाभर में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (Internationals Womens Day) मनाया जाता है. ऐसे में इस खास मौके पर जितेन लालवानी, आसिफ शेख (Asif Sheikh) और रोहिताश्व गौड़ जैसे टेलीविजन कलाकारों ने महिलाओं के महत्व के बारे में बात की. जितेन ने कहा, 'मैं उस विचार पर यकीन रखता हूं, जो यह कहता है कि महिलाओं के महत्व और उनके मूल्य की पहचान को केवल एक ही दिन तक सीमित नहीं रखा जा सकता. जहां यह कहा जाता है कि यह दुनिया आदमियों की है, वहां मेरा यह मानना है कि यह दुनिया औरतों की भी है, क्योंकि हम में से हर कोई एक के बिना अधूरा है.'
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'पुरुष खड़ी करते हैं मुश्किलें'
धारावाहिक 'भाभी जी घर पर है' में विभूति नारायण मिश्रा के रूप में मशहूर आसिफ शेख कहते हैं, 'क्या हम महिलाओं को वह न्याय दिला पाए हैं, जिनकी उन्हें मांग है? हम महिलाओं को सभी बाधाओं से लड़ने और कठिन परिस्थितियों में मजबूत बने रहने की शिक्षा देते हैं, लेकिन क्या हम वही नहीं है, जो उनके लिए मुश्किलें तैयार करते हैं?'
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'महिलाएं अकेली नहीं'
उनके सह-कलाकार रोहिताश्व गौड़ का ऐसा मानना है कि जहां बड़े शहरों में लोग अक्सर महिलाओं द्वारा सामना किए गए समस्याओं की बात करते हैं, वहीं छोटे शहरों में महिलाओं की समस्याओं के बारे में ज्यादा बातें नहीं की जाती हैं. 'संतोषी मां-सुनाएं व्रत कथाएं' के अभिनेता आशीष कादियान ने कहा, 'इस महिला दिवस पर, मैं हर एक से उनके आसपास मौजूद महिलाओं के समर्थन में खड़े होने का आग्रह करता हूं, उन्हें बताएं कि वे अकेली नहीं हैं.'
HIGHLIGHTS
- पहचान को केवल एक ही दिन तक सीमित नहीं रखा जा सकता.
- दुनिया औरतों की भी है. हम में से हर कोई एक के बिना अधूरा है.
- सभी ने महिलाओं के समर्थन में खड़े होने का आग्रह किया.