टेलीविजन अभिनेत्री सुमोना चक्रवर्ती एक खास वजह से आजकल बेहद निराश हैं. उनका कहना है कि लोग छोटे पर्दे के अभिनेताओं को गंभीरता से नहीं लेते हैं और अक्सर उनकी तुलना फिल्मी सितारों के साथ करने लगते हैं.
'बड़े अच्छे लगते हैं', 'द कपिल शर्मा शो' और 'जमाई राजा' जैसे कार्यक्रमों से मशहूर सुमोना ने शनिवार को सोशल मीडिया पर लंबा-चौड़ा पोस्ट किया, इसमें टेलीविजन अभिनेताओं के खिलाफ हिंदी शोबिज में प्रचलित भेदभाव को इंगित किया गया है.
इस नोट में सुमोना ने लिखा, "स्टाइलिस्टों के कहने से डिजाइनर्स अपने कपड़े टेलीविजन कलाकारों को नहीं देना चाहते हैं. फिल्म या वेब शो के ऑडिशन का मौका हमें नहीं दिया जाता है. या तो असफल फिल्मों कलाकारों के विपरीत उन्हें लिया जाता है या किसी छोटे से किरदार को निभाने के लिए उन्हें कास्ट किया जाता है."
72वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में टेलीविजन अभिनेत्री हिना खान की पहली उपस्थिति को लेकर एक पत्रिका के संपादक ने इसका मजाक बनाया और इसके बाद ही सुमोना ने यह पोस्ट किया.
उस संपादक ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, "कान्स अचानक से चांदीवली स्टूडियो बन गया है क्या?" एक टेलीविजन होस्ट की नजर इस पर गई तो उन्होंने इसकी निंदा की और 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' फेम अभिनेत्री हिना खान को अपना समर्थन दिया.
सुमोना ने यह भी कहा कि टेलीविजन अभिनेत्री के इस टैग के चलते किस तरह से उन्हें कई प्रोजेक्ट से रिजेक्ट कर दिया गया है. सुमोना ने बॉलीवुड में नेपोटिजम की मौजूदगी को लेकर भी बात की.
सुमोना ने कहा, "हम मेहनती कलाकार हैं. सभी फिल्मी/बिजनेस पृष्ठभूमि वाले परिवारों से नहीं आते हैं. हमें बॉलीवुड की कड़वी सच्चाई (नेपोटिजम और कास्टिंग काउच)के बारे में पता है."
अंत में सुमोना ने कहा, "एक कलाकार सिर्फ एक कलाकार होता है, माध्यम चाहे जो भी हो, उन्हें इज्जत दीजिए."