इन दिनों सोशल मीडिया पर मशहूर गीतकार, स्क्रिप्ट राईटर और पटकथा लेखक मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) छाए हुए हैं. वे इस समय सोनी टीवी के रियलिटी शो 'इंडियन आइडल 12' (Indian Idol 12) में बतौर जज दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा वे देश के महान कवियों की कविताओं का भी पाठ करते हैं. वे अपने यू-ट्यूब चैनल पर देश के दिवंगत कवियों की कविताओं का पाठ करके उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं. उनकी ये पहल काफी हिट हो रही है. उनके शब्दों में कविताएं जीवंत होती जा रही हैं. यू-ट्यूब पर उनके हर वीडियो को हजारों लोग देखते हैं. इस समय मनोज मुंतशिर कवि श्याम नारायण पांडे के ऐतिहासिक खंड़काव्य 'हल्दीघाटी' (Haldighati) का पाठ कर रहे हैं, जिसको लेकर विवाद भी शुरू हो गया है.
ये भी पढ़ें- करीना कपूर ने इस Video में दिखाया अपना अलग अंदाज
दरअसल इस खंडकाव्य में कवि श्याम नारायण पांडे ने महाराणा प्रताप को हीरो और अकबर को विलेन के रूप में दिखाया है. अब इसी को लेकर विवाद शुरू हो गया है. लोग इस खंडकाव्य का पाठ करने को लेकर मनोज मुंतशिर को निशाना बना रहे हैं. वहीं मनोज मुंतशिर ने भी ऐसे लोगों को करारा जवाब दिया है. मनोज ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करके ऐसे लोगों को जवाब दिया है.
मनोज ने अपने पोस्ट में लिखा कि 'मैंने श्री श्याम नारायण पांडे के ऐतिहासिक खंड़काव्य हल्दीघाटी (Haldighati) का पाठ क्या कर दिया, हजारों-लाखों से दुश्मनी ले ली. सोशल मीडिया पर Hate Posts का अम्बार लग गया है, सिर्फ इसलिए कि मैंने 'अकबर' को विलेन (Villain) और 'महाराणा प्रताप' को हीरो (Hero) क्यूं कह दिया? कुछ मूर्खों ने इसे हिंदू-मुसलमान वाला रंग देने की भी कोशिश की, कुछ ने मुझे सेकुलरिज्म (Secularism) के लिए खतरा भी कह दिया.'
उन्होंने आगे लिखा कि 'मैं दशहरे में रावण का पुतला जलाता हूँ जबकि मैं खुद ब्राह्मण हूँ, तो एक हत्यारे को खलनायक कहने के लिए मैं किसी धर्म या जाति से नहीं, सिर्फ़ अपने ज़मीर से इजाज़त लूंगा. इतिहास के नाम पर 70 सालों से क्लास रूम्स में जो झूठ रटवाया जा रहा है, उसे चैलेंज करने में गलत क्या है? सच ये है कि अकबर खलनायक था और उसे मुग़ले-आज़म कहना, हमारे दिमागी-दिवालियेपन का सुबूत है. सच ये है कि नायक और खलनायक दोनो जाति और धर्म से परे हैं.'
ये भी पढ़ें- सलमान खान के इस रिश्तेदार से था सोनाक्षी सिन्हा का अफेयर, पढ़ें दिलचस्प किस्से
उन्होंने लिखा कि 'सच ये है कि अकबर को गलत कहने से मेरे ऑफिस के साथी सिकंदर और अशफाक गलत नहीं हो जाते और न ही ईद की सिंवैयों का जायका अकबर के कुकर्मों से कड़वा हो जाता है. मुझे उन सब पर तरस आता है जिनका इतिहास 1960 और 2008 में आयी 2 हिंदी फिल्मों की बैसाखी पर टिका है.'
वहीं इससे पहले मनोज मुंतशिर ने 'इंडियन आइडल 12' (Indian Idol 12) शो पर बतौर गेस्ट आए अमित कुमार के आरोपों का जवाब दिया था. अमित कुमार को जवाब देते हुए मनोज ने कहा था कि 'अगर अमित कुमार को शो की बुराई ही करनी थी तो इसका हिस्सा नहीं बनना चाहिए था. वे शो का हिस्सा बने और इसकी आलोचना की. मैं अगर उनकी जगह होता, तो ऐसा नहीं करता. शो के काम से खुश न होने पर मैं मेकर्स से कह देता कि मैं इसमें शामिल नहीं होना चाहता.'
बता दें कि अमित कुमार मशहूर दिवंगत गायक किशोर कुमार के बेटे हैं. शो से बाहर आने के बाद अमित कुमार ने कहा था कि उन्हें कंटेस्टेंट की तारीफ करने के लिए शो मेकर्स ने कहा था, जबकि उन्हें किसी भी कंटेस्टेंट की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं लगी थी. इसके बाद 'इंडियन आइडल' के कई फैंस और सेलेब्स ने इसकी आलोचना की थी.
HIGHLIGHTS
- प्रसिद्ध कविताओं का काव्यपाठ कर रहे हैं मनोज मुंतशिर
- काव्यखंड हल्दीघाटी को लेकर हुआ विवाद
- मनोज मुंतशिर ने अपने हेटर्स को दिया करारा जवाब