Sidhu Moosewala Death Anniversary: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की आज पहली पुण्यतिथि है. सबके चेहेते सिंगर को आज ही 29 मई 2022 के दिन गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मूसेवाला की पहली बरसी पर उनके फैंस और परिवार वाले उन्हें याद कर रहे हैं. आज भी मूसेवाला के गाने सुपरहिट हैं. पहली डेथ एनिवर्सरी पर हम आपको मूसेवाला के मर्डर की पूरी कहानी बता रहे हैं. कम लोग ही जानते हैं कि सिद्धू मूसेवाला का मर्डर एक बदले के लिए किया गया था. गैंगस्टर लारेंस विश्नोई इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड था जिसने पूरे 1 साल मूसेवाला के मर्डर की प्लानिंग की थी.
अब तक 25 आरापी हैं गिरफ्तार
सिद्धू मूसेवाला की हत्याकांड में पंजाब पुलिस अब तक 25 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इस केस में कुल 34 आरोपी नामजद हैं. हालांकि, हत्या का मास्टरमाइंड लारेंस विश्नोई और गोल्डी बराड़ बताए जाते हैं. लेकिन ये दोनों ही पुलिस की पहुंच से दूर हैं. हम आपको 29 मई से पहले उसी खास दिन की पूरे हत्याकांड की कहानी सुना रहे हैं.
ऐसे हुई मूसेवाला के मर्डर की प्लानिंग
मूसेवाला की हत्या के एक दिन पहले 28 मई 2022 को सुबह 11 बजे मर्डर को अंजाम देने की प्लानिंग की गई थी. ये भी सच है कि सिदधू मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग पिछले एक साल से चल रही थी. पहले भी कई बार मूसेवाला पर जानलेवा हमले किए गए थे. फिर साल 2021 में मर्डर के लिए गुर्गों की टीम तैयार कर ली गई थी और 2022 आते ही कनाडा में बैठे-बैठे गोल्डी बराड़ ने हत्या की पूरी मॉनीटरिंग की थी.
कनाडा से शूटर फौजी को आया कॉल
28 मई 2022 को सुबह ठीक 11 बजे गोल्डी बराड़ ने शूटर प्रियव्रत फौजी को फेन करके निर्देश दिए थे. गोल्डी ने बताया कि फौजी सुन मूसेवाला की सिक्यचोरिटी हटा ली गई है. कल 29 मई को हर हाल में काम को अंजाम देना है. फौजी ने जी डॉक्टर साहब कहकर हामी भरी थी. गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को सभी डॉक्टर कहकर बुलाते हैं.
मूसेवाला को मारी 19 गोलिय़ां
फिर 29 मई ,2022 को पंजाब के मानसा में सिद्दू की लोकेशन को ट्रैक किया गया था. उस दिन मूसेवाला अकेले ही घूमने निकला था. न उनके पास कोई सिक्योरिटी थी और न ही गाड़ी में हथियार. सिद्धू की थार कार पर 2 कारों में सवार शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग बोल दी थी. यहां 30 राउंड से ज्यादा फायरिंग की थी गई. सिद्धू मूसेवाला को 19 गोलियां लगी थीं. गैंग में शामिल एक नाबालिग शूटर ने मूसेवाला को 6 गोलियां मारी थीं.
रिपोर्ट्स में ये भी कहा जाता है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या अकाली लीडर विक्की मिड्डू खेड़ा की हत्या का बदला थी. साथ ही इसे एक बड़े गैंगवार के रूप में भी देखा गया था. सिद्धू को पहले भी कई बार जान से मारने की धमकियां मिली थीं.