Twinkle Khanna On Stree 2: बॉलीवुड एक्ट्रेस ट्विंकल खन्ना एक बार फिर बेबाकी से महिला सुरक्षा के बारे में बात कर रही हैं. उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया में अपने लेटेस्ट कॉलम में भारत में स्त्रियों की सुरक्षा को लेकर बोल्ड बयान दिया है. मिसेज फनीबोन्स ने इसके लिए हालिया रिलीज फिल्म स्त्री 2 का रेफरेंस दिया है. एक्ट्रेस के लेटेस्ट आर्टिकल का टाटइटल था- 'भूत भारतीय स्त्रियों को क्यों नहीं डराते' इसमें अभिनेत्री ने अपने बचपन की 'एक झूठी कहानी' सुनाकर शुरुआत की, जो उनकी बड़ी चाची के 'एक बुरी आत्मा के कब्जे' के इर्द-गिर्द घूमती है.
कोलकाता रेप केस पर भड़कीं ट्विंकल
ट्विंकल ने बताया कि कैसे हॉरर फिल्मों में 'हमारे आस-पास हर दिन दिखने वाली डरावनी चीजों की तुलना में कम परेशान करने वाले तत्व होते हैं. ट्विंकल ने कोलकाता में हुए ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर, वहीं बदलापुर के एक स्कूल में यौन शोषण का शिकार हुए दो बच्चियों की घटना पर गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने बताया कि कैसे स्त्री 2 महिलाओं का हर रोज का अनुभव किए जाने वाले डर का एक उलटफेर है.
लड़कियों को अकेले मत जाओ सिखा रहे हैं
एक्ट्रेस ने लिखा, "इस ग्रह पर पचास साल हो गए हैं और मुझे लगता है कि हम अभी भी अपनी बेटियों को वही चीजें सिखा रहे हैं जो मुझे बचपन में सिखाई गई थीं. अकेले मत जाओ..पार्क में, स्कूल में, काम पर.. किसी भी आदमी के साथ अकेले मत जाओ, चाहे वह तुम्हारा चाचा, चचेरा भाई या दोस्त ही क्यों न हो. सुबह या शाम को अकेले मत जाओ, और खासकर रात में तो बिल्कुल नहीं. अकेले मत जाओ क्योंकि तुम कभी वापस नहीं आ सकते."
भूतों से लड़ना सुरक्षित है मर्दों से नहीं
ट्विंकल ने कहा, "यह सुनिश्चित करने का समय है कि कानून लागू किए जाएं और उनका पालन किया जाए, हमें घर तक सीमित रखने के बजाय सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के लिए सुरक्षा उपायों की गारंटी दी जाए. तब तक, मुझे लगता है कि इस देश की महिलाओं के लिए एक अंधेरी गली में भूत का सामना करना पुरुषों से ज़्यादा सुरक्षित है.
दादी-नानी लड़कियों को डराना बंद करें
ट्विंकल ने लिखा कि हॉरर फिल्में भी स्त्री 2 की जरूरी सामाजिक संदेश दे सकती हैं. उन्होंने कहा कि उनकी दादी ने उन्हें बचपन में उन्हें 'डराने' के लिए जो कहानियां सुनाई थीं वही कहानी सब लड़कियों को सुनाई जा रही है. हालांकि, स्त्री में महिलाएं आजाद हैं और पुरुष डरे हुए हैं. क्योंकि अलौकिक स्त्री, जो साल में चार रातों के लिए उतरती है, केवल शाम के बाद घूमने वाले पुरुषों का शिकार करती है.