विक्रांत मैसी ने अपनी फिजिकल अपीयरेंस के कारण इंडस्ट्री में स्टीरियोटाइप का सामना करने के बारे में खुलकर बात की है. एक्टर उन कुछ फिल्म निर्माताओं के आभारी हैं जिन्होंने उन्हें उनके लुक से परे जाने का मौका दिया. विक्रांत मैसी वर्तमान में अपनी फिल्म फिर आई हसीन दिलरुबा की रिलीज़ के लिए तैयार हैं. इस सीरीज़ में एक ग्रे किरदार निभाने वाले एक्टर ने हाल ही में बातचीत की.
फिजिकल अपीयरेंस को लेकर विक्रांत मैसी ने की बात
बातचीत में उन्होंने बताया कि कैसे वह किरदार को मानवीय बनाने की कोशिश करते हैं ताकि लोग उससे जुड़ाव महसूस कर सकें. 12वीं फेल स्टार ने बताया कि पिछले दशक में कैसे उन्हें लगता है कि कहानी कहने का तरीका काफी हद तक विकसित हो गया है, और अनकंवेंशनल किरदार अपनी गूंज के कारण लीड में आ गए हैं.
एक खास तरह की एक्टिंग का लोग करते हैं उम्मीद
विक्रांत ने कहा, भले ही आप एक पूरी तरह से विरोधी की भूमिका निभाते हों और उसे मानवीय बनाने में कामयाब हो जाते हों, आपको उसमें बहुत अधिक समानता मिलेगी. 37 वर्षीय एक्टर, जो अगली बार नेटफ्लिक्स थ्रिलर सेक्टर 36 में नज़र आएंगे, ने आगे कबूल किया कि कभी-कभी लोग उनसे यह उम्मीद रखते हैं कि उनसे सिर्फ़ एक ख़ास तरह का अभिनय ही आना चाहिए.
गरीब, कुपोषित लड़के का रोल किया गया ऑफर
मैसी ने शेयर किया, "मुझे एक गरीब, कुपोषित, साधारण पड़ोसी लड़के के रूप में देखा गया था. लेकिन मैं अपने लेखकों और निर्माताओं के साथ भाग्यशाली रहा हूं, जिन्होंने मेरी फिजिकल अपीयरेंस से परे मेरी क्षमता को पहचाना. विक्रांत ने इस बात पर ज़ोर दिया कि हसीन दिलरुबा के दूसरे भाग में लोगों ने जो देखा, वह उन लोगों के लिए ताज़ी हवा की सांस थी, जिन्होंने उन्हें स्टीरियोटाइप बना रखा था.