Taimur Ali Khan Nanny: करीना कपूर (Kareena Kapoor) बॉलीवुड की सबसे बड़ी सेलिब्रिटी मदर हैं. सैफ अली खान (Saif Ali Khan) के साथ शादी के बाद करीना ने दो बेटे तैमूर और जहांगीर को जन्म दिया है. इन दोनों बच्चों की देखभाल के लिए करीना ने अनंत अंबानी की नैनी (नर्स) को हायर किया था. ये नैनी हैं ललिता डी सिल्वा (Lalita D Silva) जिन्होंने तैमूर और जेह अली खान जैसे स्टार किड्स को पाला है. ललिता हाल में अनंत अंबानी की शादी में भी काफी चर्चा में आई थीं. सोशल मीडिया पर ललिती को लेकर कई दिलचस्प बातें वायरल होती रहती हैं. हाल ही में ललिता ने सैफ अली खान और करीना कपूर के लिए काम करने के अपने अनुभव को साझा किया है. उन्होंने अपनी सैलरी, करीना कपूर के घर का माहौल हर चीज पर खुलकर बात की है.
अफवाहों पर खुलकर बोलीं ललिता
ललिता ने तैमूर और जेह दोनों बच्चों की देखभाल की है. वह तैमूर की नैनी के तौर पर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थीं. रिपोर्ट्स में ऐसा कहा गया था कि ललिता तैमूर की देखभाल करने के लिए ढाई लाख सैलरी लेती हैं. इस पर जब ललिता से पूछा गया तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया.
क्या तैमूर को पालने ललिता ने ली ढाई लाख सैलरी
ललिता से पूछा गया कि स्टार किड्स की देखभाल करते समय उन्हें कितना पेमेंट मिलता है? क्या उनकी महीने की सैलरी 2.5 लाख रुपये है? इस सवाल पर, उन्होंने कहा, "2.5 लाख रुपये? काश" उन्होंने कहा, "आपके मुंह में घी शक्कर...ये सब अफवाहें हैं."
नौकरों में कोई भेदभाव नहीं करते सैफ-करीना
ललिता ने सैफ और करीना के घर एक लंबा समय बिताया है. स्टार कपल के बारे में उन्होंने बताया कि, "वे बहुत ही सरल लोग हैं. सुबह की दिनचर्या ऐसी है कि स्टाफ, करीना और सैफ सभी एक जैसा खाना खाते हैं. स्टाफ के लिए अलग-अलग खाने जैसी कोई चीज नहीं है. एक जैसा खाना और एक जैसी क्वालिटी. कई बार हम सभी ने साथ में खाना खाया है. करीना और सैफ नौकरों में कोई भेदभाव नहीं करते हैं."
बहुत जिम्मेदार मां हैं करीना कपूर
ललिता ने एक मां के रूप में करीना की भी जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि, "करीना एक अद्भुत मां हैं, वह बहुत अनुशासित हैं, उनके बच्चे भी उनके जैसे ही हैं. सैफ अपने बच्चों के साथ बहुत ही व्यवहारिक हैं. वह अपना और बच्चों का टाइमटेबल भी तय करती हैं. वह बच्चों के साथ ज़्यादा से ज़्यादा समय बिताने की कोशिश करती हैं. हम अक्सर तैमूर और जेह को उनकी शूटिंग पर ले जाते थे ताकि वह अपने आधे घंटे या एक घंटे के ब्रेक के दौरान उनके साथ समय बिता सकें. हम ब्रेक के दौरान साथ में लंच करते थे."
ललिता ने आगे कहा, "मुंबई में शूटिंग चाहे कहीं भी हो, अगर बीच में उन्हें समय मिलता है, तो वह हमें फोन करती हैं. मुझे भी लगता था कि भले ही 30 या 20 मिनट के लिए ही क्यों न हो, बस उनका बच्चों के सामने होना ही काफी है. अगर वह ऐसा न कर पाएं तो अफसोस करने लगती हैं कि वह एक अच्छी मां नहीं हैं और बच्चों को टाइम नहीं दे पा रही हैं. इसलिए वह बच्चों को वेकेशन पर ले जाती हैं."