15 अगस्त 1975 को रिलीज हुई 'शोले' हिंदी सिनेमा की एक अमर कहानी है, जो आज भी ऑडियंस के दिलों में जिंदा है. फिल्म ने जय-वीरू, बसंती और गब्बर जैसे यादगार किरदार पेश किए, जिन्होंने सिनेमा की दुनिया में एक स्थायी छाप छोड़ी. यह फिल्म सलीम-जावेद की लेखक जोड़ी द्वारा लिखी गई थी, जिनमें सलीम खान, सलमान खान के पिता हैं, और जावेद अख्तर, उनके लॉन्ग टाइम पार्टनर रहे हैं.
'शोले' के कुछ फेमस डायलॉग्स, जैसे "यहां से पचास-पचास कोस दूर गांव में जब बच्चा रोता है, तो मां कहती है, सो जा नहीं तो गब्बर आ जाएगा और बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना, आज भी 80 और 90 के दशक के बच्चों की जुबान पर हैं. यह फिल्म अपने समय की सबसे हिट और पॉपुलर फिल्मों में से एक रही है.
हाल ही में, बॉलीवुड के दबंग सलमान खान ने 'शोले' के रीमेक में काम करने की इच्छा जताई है. उन्होंने साफ किया है कि वह इस फिल्म में कौन सा किरदार निभाएंगे. प्राइम वीडियो के यूट्यूब अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, जिसमें फराह खान ने होस्ट की भूमिका निभाई, सलमान खान, फरहान अख्तर, जोया अख्तर, और सलीम-जावेद भी शामिल थे.
इस वीडियो में, सलमान खान ने 'शोले' के रीमेक में अपनी भूमिका को लेकर कुछ हिंट दिए. 'शोले' में गब्बर का किरदार अमजद खान ने निभाया था, जो इंडियन सिनेमा का एक आइकोनिक किरदार बन चुका है. लेकिन इस बार, सलमान खान किस किरदार में नजर आएंगे, यह जानने के लिए फैंस को थोड़ी और इंतजार करना पड़ेंगा.
सलमान की इस नई पहल के साथ, क्या वह गब्बर की तरह प्रभावी साबित होंगे, या जय-वीरू के किरदार में अपनी छाप छोड़ेंगे? इस सवाल का जवाब आने वाले दिनों में साफ होगा, जब 'शोले' के रीमेक के बारे में और जानकारी सामने आएगी.