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क्या सांप की आंख में खिंच जाता है हत्यारे का फोटो, क्या कहती है साइंस?

सांप को लेकर बॉलीवुड में अब तक न जाने कितनी फिल्में बन चुकी हैं. साल 1976 में आई नागिन फिल्म ने तो देशभर में धमाल मचा दिया था. फिल्म में दिखाया गया है कि हीरो के कुछ दोस्त गलती से नाग की हत्या कर देते हैं.

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Mohit Sharma
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क्या सांप की आंख में खिंच जाता है हत्यारे का फोटो

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देश में सांप को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं. नाग पंचमी के दिन सांप को जहां पूजा जाता है और उसको दूध पिलाया जाता है तो कहीं इसको खतरे की घंटी माना जाता है. पौराणिक लोक कथाओं से लेकर फिल्मों तक में सांप की भूमिका को अलग-अलग ढ़ंग से दिखाया गया है. सांप को लेकर बॉलीवुड में अब तक न जाने कितनी फिल्में बन चुकी हैं. साल 1976 में आई नागिन फिल्म ने तो देशभर में धमाल मचा दिया था. फिल्म में सुनील दत्त मुख्य भूमिका में थे. फिल्म में दिखाया गया है कि हीरो के कुछ दोस्त गलती से नाग की हत्या कर देते हैं, जिसको ऐसा करते नागिन देख लेती है और हत्यारों का चेहरा अपनी आंखों में उतार लेती है. अपने नाग का बदला लेने के लिए नागिन एक-एक कर सारे लोगों को मार देती है. ऐसे में लोगों में आम धारणा है कि सांप की आंखों में हत्यारों का फोटो कैद हो जाता है. यह बात  कितनी सच्चाई है और कितनी झूठ आइए जानते हैं कि इसको लेकर विज्ञान का कहता है. 

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सांप अपनी आंखों में अपने पार्टनर के हत्यारों का फोटो खींच लेता

दरअसल, लोगों में धारणा है कि सांप अपनी आंखों में अपने पार्टनर के हत्यारों का फोटो खींच लेता है और फिर अपना इंतकाम लेता है. जबकि इस बात में दूर-दूर तक भी सच्चाई नहीं है. क्योंकि सांप की आंख में वह सब कैद ही नहीं हो पाता, जो उसको मरने वाले पार्टनर की आंख में देखा था. धरती के बाकि प्राणियों की तरह सांप के लिए भी उसके देखने की क्षमता उसके दिमाग पर निर्भर करती है. क्योंकि मरने के पास ब्रेड डेड हो जाता है. इसलिए सांप की आंख में कोई तस्वीर कैद नहीं हो पाती. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सांपों को लेकर इस तरह की कहानियां पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं. क्योंकि न तो मरे हुए सांप कभी बदला लेते हैं  और न उनको पार्टनर ही ऐसा कुछ करते हैं. इस तरह की कहानियां केवल फिल्मों में ही दिखाई जा सकती हैं. इसका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है. क्योंकि साइंस में इस तरह का प्रमाण अभी तक नहीं मिला है. स्नेक एक्सपर्ट्स की मानें तो न तो सांप की मेमोरी में यह बात रहती है कि उसको मारा किसने है और न ही उनकी आंखों में इस तरह की कोई तस्वीर कैद हो पाती है. 

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भारत में सांपों की 350 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में सांपों की 350 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें से 70 प्रतिशत प्रजातियां तो ऐसी हैं, जिनमें जहर नहीं होता. केवल 30 प्रतिशत सांपों में ही जहर पाया जाता है. इसलिए अधिकांश सांप अगर चाहें भी तो इंसानों को नुकसान नहीं पहुंचा सकते. लेकिन इंसानों में सांप के नाम से डर बना रहता है. 

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