एलियन या दूसरी दुनिया की बातें आपने अब तक सिर्फ़ फिल्मों और किस्सों-कहानियों में सुनी होंगी, लेकिन सोशल मीडिया में भी इन दिनों एक ऐसा वीडियो वायरल रहा है...जिसमें समंदर के ऊपर UFO दिखने का दावा किया जा रहा है...सोशल मीडिया में कोई इसे एलियन से जोड़कर शेयर कर रहा है तो कोई इसे इंसानों की शरारत बता रहा है. वीडियो शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा कैमरे में कैद असली यूएफओ.' क्या है समंदर के ऊपर उड़ते UFO का सच. मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड हुआ एलियन्स का विमान, न्यूज़ नेशन की पड़ताल में सामने आया सच.
पड़ताल एलियन या दूसरी दुनिया की बातें अब तक सिर्फ़ फिल्मों और किस्सों-कहानियों में ही दिखती रही हैं, हालांकि वक्त-वक्त पर ऐसी तस्वीरें दिखने का दावा जरूर किया जाता रहा है...लेकिन इस बार तो पूरा वीडियो शेयर किया जा रहा है...जिसमें UFOजैसी चीज समंदर के ऊपर उड़ती भी दिखाई दे रही है. हमने वायरल वीडियो की की-फ्रेमिंग कर इसे गूगल रिवर्स इमेज टूल पर सर्च किया तो यू-ट्यूब पर हमें 5 मिनट 57 सेकंड का इस घटना का पूरा वीडियो मिला...दिलचस्प बात ये कि यू-ट्यूब पर इस वीडियो को हाल-फिलहाल में नहीं बल्कि 23 दिसंबर 2013 को अपलोड किया गया था.
हमने इस वीडियो को फ्रेम टू फ्रेम देखा तो वीडियो में करीब 1 मिनट बाद एलियन जैसा प्राणी नज़र आया. फिर अचानक ये कैमरे पर हाथ हिलाकर हवा में उड़ने लगा. वीडियो के कैप्शन में लिखा था...यूएफओ अटैक प्यूर्टो रिको 2013, हमने इस पूरे वीडिये के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि ये एक प्रमोशनल वीडियो था, जो एक किताब के प्रोमोशन शूट का हिस्सा था, पूरे वीडियो को सिंगल शॉट पर एक मोबाइल कैमरे की मदद से शूट किया गया था...जिसमें ग्राफिक्स की मदद से 3D सॉफ्टवेयर के जरिए यूएफओ को एड किया गया.
वीडियो को 2013 में नॉर्थ अमेरिकी आइलैंड प्यूर्टो रिको के एक रिजॉर्ट में शूट किया गया था. ये एक वीडियो शूट था, जिसमें ग्राफिक्स तकनीक की मदद से यूएफओ दिखाने की कोशिश की गई थी. वीडियो में दी गई जानकारी से पता चला कि ये एक प्रमोशनल वीडियो था, जो कि एक बुक के प्रोमोशन शूट का हिस्सा था. पूरे वीडियो को सिंगल शॉट पर एक मोबाइल कैमरे की मदद से शूट किया गया था. जिसमें ग्राफिक्स की मदद से 3D सॉफ्टवेयर के जरिए यूएफओ एड किया गया. वीडियो को 2013 में नॉर्थ अमेरिकी आइलैंड प्यूर्टो रिको के रिजॉर्ट में शूट किया गया था. इस तरह हमारी पड़ताल में समंदर किनारे यूएफओ दिखने का दावा गलत साबित हुआ. इस वीडियो को तकनीक की मदद से बनाया गया.