सांख्यिकी कार्यालय ने हाल ही में वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी (GDP) के आंकड़े जारी किए हैं. यह ग्रोथ 36.85 लाख करोड़़ रहने अनुमान लगाया गया है. यह बीते साल के मुकाबले 13.5 प्रतिशत ज्यादा है. गौरतलब है कि 2021-22 वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 32.46 लाख करोड़ थी. भारतीय अर्थव्यवस्था से जुड़ी इस खास जानकारी से संबंधित गलत जानकारियां वायरल हो रही हैं. दरअसल सोशल मीडिया पर एक ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है. इस ट्वीट में ऐसा दावा किया गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में तीन साल के बाद पहली तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 3.3 प्रतिशत ही बढ़ी है.
वायरल ट्वीट का आंकड़ा
ट्वीट में कहा गया है कि 2019-20 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 33.05 ट्रिलियन थी. यह 2022-23 की पहली तिमाही में 34.43 ट्रिलियन तक पहुंची है. ऐसे में तीन वर्ष के अंदर सिर्फ 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. ट्वीट में कहा गया है कि क्या यह 13.5 प्रतिशत वर्ष में हुई बढ़ोतरी को मनाने का समय है या फिर गंभीर आत्मचिंतन का समय है.
जानें वायरल ट्वीट का सच
गौरतलब है कि सरकार की ओर से पीआईबी फैक्ट चेक संस्था ने इस वायरल संदेश की पड़ताल की है. उसने इस संदेश को फेक बताया है. पीआईबी की ओर से किए गए एक ट्वीट के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 34.42 प्रतिशत होने का दावा पूरी तरह से गलत है. पीआईबी (PIB) ने सही आंकड़ा बताते हुए कहा कि सही आंकड़ा 36.85 लाख करोड़ है.
Source : News Nation Bureau