26 जनवरी को किसानों के उपद्रव के बाद अब दिल्ली में तनावपूर्ण माहौल बना है. मगर इस बीच बिगड़ती स्थिति को संभालने वाले पुलिस जवान भी लोगों के निशाने पर हैं. 26 जनवरी को बड़ी संख्या में पुलिस जवान घायल हुए तो शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर पर हुई झड़प में भी पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं. इस बीच कहा जा रहा है कि दिल्ली पुलिस के 200 पुलिसकर्मियों द्वारा सामूहिक इस्तीफा दिया गया है. हालांकि यह कितना सच है, इस बारे में हम आपको बताएंगे.
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दरअसल, सोशल मीडिया पर दिल्ली पुलिस के जवानों द्वारा सामूहिक इस्तीफे का दावा किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है. इस पोस्ट में लिखा है, 'दिल्ली पुलिस में बगावत, 200 पुलिसकर्मी बने बागी, दिया सामूहिक इस्तीफा.' लेकिन असलियत यह है कि किस तरह से दिल्ली में कोई सामूहिक इस्तीफा पुलिसकर्मियों ने नहीं दिया है.
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यानी 200 पुलिसकर्मियों सामूहिक इस्तीफे के दावा गलत है. जिसकी पुष्टि प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक विंग ने की है. पीआईबी फैक्ट चेक विंग ने अपनी जांच में सोशल मीडिया पर किए गए जा रहे इस दावे को गलत पाया है. पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा है, 'दिल्ली पुलिस के 200 पुलिसकर्मियों ने इस्तीफा नहीं दिया है, यह पोस्ट फेक है.'
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उल्लेखनीय है कि कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली में घमासान मचा है. किसान दिल्ली की अलग अलग सीमाओं को घेरे बैठे हैं. 26 जनवरी को घटना को लेकर किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में जमकर बवाल मचा था. यहां खासतौर पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस जवानों को निशाना बनाया था. करीब 400 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. आज किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान पुलिसकर्मियों पर हुए हमले के विरोध में दिल्ली पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों ने भी शहीदी पार्क में विरोध प्रदर्शन किया.
Source : News Nation Bureau