देश में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आक्रोश है. हजारों की संख्या में किसान दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 10 दिनों से डेरा डाले हुए हैं. किसानों के आंदोलन पर राजनीति तेज है तो अफवाहों और भ्रम की स्थिति भी किसानों के बीच पैदा की जा रही है. किसानों को गुमराह करने वाले गिरोह भी सक्रिय हैं. इस बीच दावा किया जा रहा है कि किसानों के साथ बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि अंबानी और अडानी के कहने पर कृषि कानून पारित किया गया है. इसको लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है. हालांकि यह दावा कितना रही है, इसकी जांच पड़ताल भी की गई है.
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दरअसल, वीडियो के साथ दावा किया जा रहा कि कृषि मंत्री खुद कर रहे हैं कि बड़े उद्योगपतियों के कहने पर कृषि कानून पारित किया गया है. दावा के अनुसार, '3 दिसंबर को किसानों के साथ बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि अंबानी और अडानी के कहने पर कृषि कानून पारित किया गया है. उन्होंने किसानों से कहा कि अगर हम इन कानूनों को वापस लेने की कोशिश करते हैं तो अंबानी और अडानी हमारे पास आएंगे और हमें ऐसा नहीं करने के लिए कहेंगे.'
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सोशल मीडिया पर वीडियो को 'K TV UK' का बताया जा रहा है. वीडियो में कुछ भी यही दावा कर रहे हैं कि सरकार ने बड़े-बडे उद्योगपतियों के फायदे के लिए यह कानून बनाया है. वीडियो को आकाशनूर सिंह गादरी ने ट्विटर पर भी शेयर किया है. हालांकि जब इसकी पड़ताल में वीडियो में किया जा रहा है दावा गलत निकला. सरकार के साथ बातचीत कर चुके किसी भी किसान ने अभी तक ऐसा कोई दावा नहीं किया, जैसी की वीडियो में दिखाया जा रहा है भारत सरकार के प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB Fact Check) की ओर से इस दावे को गलत ठहराया गया है.
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Source : News Nation Bureau