केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में इस तरह का दावा है कि एक पत्रकार ने जब उनसे बाढ़ को लेकर सवाल पूछा तो वे उस पर चुप्पी साध बैठे. मगर जब हमने इस दावे की सच्चाई की पड़ताल तो कुछ और ही सामने आया. 14 सेकेंड के इस वायरल वीडियो को देखने के बाद पता चला कि इसमें रिपोर्टर के एक ही सवाल दो बार लगाया गया. इसके साथ शाह जैसे ही जवाब देने के लिए अपना चेहरा सामने लाते हैं, तभी वीडियो कट जाता है. इस तरह से यह साफ हो गया कि ये वीडियो एडिटेड है.
ये वीडियो दो वर्ष पुराना है
यह वीडियो दो वर्ष पुराना बताया जा रहा है. पत्रकार को माइक हाथ में लिया दिखाया गया है. Telugu के यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो मौजूद है. इसे 29 नवंबर 2020 को अपलोड किया गया था. इसके कैप्शन में लिखा है. यह पूरा वीडियो 3 मिनट 1 सेकेंड का बताया गया है. वीडियो में रिपोर्टर गृहमंत्री शाह से बारिश और बाढ़ से जुड़े सवाल पूछता है. पत्रकार ने पूछा, "इधर बारिश आई और बाढ़ भी आई लेकिन केन्द्र से एक पैसा भी नहीं आया. क्या सूरत दिखाने के लिए दिल्ली से नेता आ रहे हैं? वो (केसीआर) ऐसा बोल रहे हैं, आपका क्या कहना है?"
शाह ने रिपोर्टर के सवाल का दिया जवाब
शाह इस पर चुप नहीं रहते हैं बल्कि जवाब देते हैं. उन्होंने कहा, "हमने सबसे ज्यादा पैसा हैदराबाद को दिया है. लेकिन मैं इतना कहना चाहूंगा कि सात लाख लोगों के घर में पानी भर गया. तब ओवैसी और केसीआर कहां दिखाई दिए? एक के भी घर में नहीं गए. आप दिखाई नहीं दिए. जब घर में पानी था तब हमारे सांसद, हमारे कार्यकर्ता, हमारे मंत्री लोगों के बीच मौजूद थे."
गृहमंत्री यहीं पर नहीं रुके, वे आगे कहते हैं कि पानी क्यों भरा? जिस प्रकार से अतिक्रमण को ओवैसी की शह पर बढ़ावा मिला, इसकी वजह से यहां पर जलजमाव हुआ है. अमित शाह ने कहा कि वे हैदराबाद की जनता को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि अगर नगर निगम भाजपा के पास होती है तो सारे अतिक्रमण हटा दिए जाएंगे. फिर कभी भी पानी न भरे, ऐसे में हैदराबाद का निर्माण करेंगे. विश्व भर में हैदाराबाद आईटी हब बने. इस तरह के आधुनिक शहर का निर्माण करेंगे.
Source : News Nation Bureau