बीते माह जून में कनाडा के 28 वर्षीय मशहूर पॉपस्टार जस्टिन बीबर (Justin Bieber) रामसे हंट सिंड्रोम नाम की बीमारी के शिकार हुए थे. इसके कारण जस्टिन बीबर के चेहरे पर विकार देखा गया. चेहरे का कई हिस्सा लकवाग्रस्त देखा गया. जस्टिन बीबर ने एक वीडियो पोस्ट किया और बताया कि इस स्थिति में पलके झपकाना या मुस्काराना मुश्किल हो गया. इसके बाद कई शो रद्द कर दिए गए थे. अब इस घटना से जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें ऐसा दावा किया है कि इस बीमारी के पीछे कोविड-19 की वैक्सीन जिम्मेदार है.
ट्विटर और फेसबुक पर कई लोगों ने एक समाचार पत्र की रिपोर्ट साझा की है. इसमें कहा गया कि जस्टिन बीबर कोरोना वैक्सीन लेने बाद पछता रहे हैं. इससे उनका चेहरा स्थानी तौर पर पैरालिसिस का शिकार हो गया. रिपोर्ट में गायक की ओर से कहा गया है कि "वैक्सीन ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है. मैं इन क्रिमनल्स को अदालत में ले जाऊँगा और उन पर मुकदमा करूंगा. फाइजर के सीईओ की कोठरी में कई कंकाल हैं, और अब यह कीमत चुकाने का समय है.
वायरल हो रहे इस दावे को जब जांचा गया तो पाया गया कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है. ऐसा कोई सबूत नहीं है कि बीबर ने अपने चेहरे के पक्षाघात के लिए कोरोना वैक्सीन को दोषी ठहराया है. इस रिपोर्ट को एक व्यंग्य बताया गया है. दावा करने वाले भी इसी रिपोर्ट का हवाला दे रहे हैं. हालांकि लेख के निचले हिस्से में, एक नोट भी लिखा गया है कि यह रिपोर्ट व्यंग्य थी. स्वास्थ्य अधिकारी कोरोना टीकों को पूरी से सुरक्षित मानते हैं.
Source : News Nation Bureau