भारत और चीन के सैनिकों के बीच नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में झड़प हुई थी. इस मामले में भारतीय सेना छह जवानों को मामूली चोट आईं. इस दौरान कई चीनी सैनिकों भी घायल हो गए. लोकसभा में विपक्ष के सवालों को जवाब देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों की बहादुरी को सराहाया. उन्होंने कहा कि भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को मुहंतोड़ जवाब दिया है. इस बीच सोशल मीडिया पर कई वीडियो और फोटो वायरल हो रहे हैं. इसमें दावा किया गया है कि चीन के कई सैनिक इस झड़प में मार गिराए गए.
इस संदेश में 20 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया है. इस स्क्रीनशॉट में ऐसा दावा किया गया है कि भारत और चीन के बीच झड़प में 50 चीनी सैनिक घायल हुए. वहीं 20 की मौत हुई है. यह ताबूत व्यवस्थित तरह से रखे गए हैं. ये ताबूतों पर चीन के झंड़े जैसे लाल कपड़े से ढके हुए हैं. इनमें से सब पर एक फूल और संबंधित सैनिक की फोटो है. इसे लेकर कहा जा रहा है कि ये ताबूत चीन के सैनिकों के हैं.
इस तस्वीर की जब पड़ताल की गई तो पता चला कि ये फोटो पूरी तरह फेक पाई गई है. फैक्ट चेक के अनुसार, सोशल मीडिया पर जो फोटो वायरल हो रही है. वह पूरी तरह से फेक है और यह 12 वर्ष पुरानी है. इस तरह की तस्वीर पर विश्वास न किया जाए. यह तस्वीर 5 दिसंबर 2010 की हैं. यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन के सिचुआन प्रांत में गंजी के तिब्बती स्वायत्त प्रान्त दाओफू काउंटी में एक हादसे के दौरान यह घटना घटी थी. इसमे कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई. इनमें से 15 सैनिक थे. ये तस्वीरें 12 वर्ष पुरानी है.
Source : News Nation Bureau