पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि देश की गिरती आर्थिक व्यवस्था और ट्रैफिक के नियमों जैसी समस्याओं के लिए लोग सड़कों पर उतर आए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक जुट होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म में से एक फेसबुक पर शेयर की गई इस वीडियो को अब तक 18 हजार लोग देख चुके है. इसके अलावा ये वीडियो कई बार शेयर भी की जा चुकी है.
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इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, 'देश की जनता प्रधानमंत्री आवास की तरफ निकल चुकी है.. देश की गिरती हुई अर्थव्यवस्था, महंगाई, ट्रेफिक जैसे कड़क नियम पेट्रोल डीजल और गेस के बढ़ते दाम को लेकर देश की जनता अब मोदीजी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए निकल चुकी है.. मीडिया वाले ये ख़बर नहीं दिखाएंगे.'
क्या है इस वीडियो का सर्च
ये वीडियो तकरीबन 17 मिनट का है. जब हमने इस वीडियो को देखा तो इसकी पूरी सच्चाई सामने आ गई. दरअसल सड़कों पर उतरकर नारेबाजी कर रहे ये लोग आम जनता नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हैं जो एलजी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इस वीडियो को थोड़ा सा आगे बढ़ाने पर लोगों के हाथों एलजी साहब के नाम की तख्तियां भी नजर आएंगी. जब हमने इस वीडियो के बारे में सर्च किया तो पता चला कि ये वीडियो एक साल पूराना यानी जून 2018 का है. हमें इससे जुड़ी कई खबरें भी मिली. दरअसल ये वीडियो उस समय का है जब IAS ऑफिसरों के मामले को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उप मुख्यमंत्री मनीश सिसोदिया समेत कई नेता एलजी अनिल बैजल के दफ्तर मे 8 दिनों तक धरने पर बैठ गए थे. उसी समय आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता एलजी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
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इससे ये बात तो साफ है कि सोशल मीडया पर शेयर पर हो रही वीडियो तो सही है लेकिन जिस दावे के साथ ये शेयर की जा रही है वो गलत है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो