सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें वायरल होने लगी हैं तो सच से कोसों दूर होती हैं. दरअसल निगेटिव खबरें लोगों तक जंगल की आग ही तरह फैल रही हैं. इन दिनों डिजिटल फ्रॉड बहुत तेजी से बढ़ रहा है. डिजिटल धोखाधड़ी का ऐसा मामला वायरल हो रहा, जिसे पीआईबी यानि प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो सामने लेकर आया है. पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में इस खबर को पूरी तरह से फर्जी बताया है. इसके साथ ही लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी है.
इस दौरान एक संदेश भी तेजी से वायरल हो रहा, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि प्राप्तकर्ता का योनो बैंक अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया है. इसके अनब्लॉक करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करके पैन कार्ड अपलोड करना होगा. इस संदेश को पीआईबी ने फैक्ट चेक किया है. उसने इस मैसेज को फेक बताया है.
पीआईबी के अनुसार, अपने बैंकिंग विवरण को शेयर करने वाले ईमेल और एसएमएस का कभी जवाब न दें. यदि आपको किसी तरह का कोई संदेश प्राप्त होता है तो उसकी तुरंत 'report.phishing@sbi.co.in' पर जानकारी दें. हाल में मुद्रा लोन स्कीम के अंतर्गत लोन देने को लेकर ऐसी खबरें सामने आई थीं, जिसमें कहा जा रहा था कि दो हजार रुपये देकर एक लाख रुपये का लो दिया जा रहा है. इस दावे को सत्यापित करने के लिए एक अप्रूवल लेटर भी सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. इसे देखकर कोई भी भ्रम में पढ़ सकता है कि शायद इस तरह की योजना के तहत कोई लोन मिल रहा है.
इसके बाद पीआईबी ने इस झूठ को उजागर किया. उसने अप्रूवल लेटर की सच्चाई को ट्वीट के माध्यम से सामने रखा. पीआईबी का कहना है कि ये लेटर पूरी तरह से फेक है. वित्त मंत्रालय की ओर से इस तरह का कोई लेटर जारी नहीं किया गया है.
Source : News Nation Bureau