लॉकडाउन की मार झेल रहे प्रवीस मजदूर अपने घरों की ओर बढ़ रहे हैं. जिनके पास जो साधन उपलब्ध है वह उसी से अपने- अपने घरों की ओर जा रहे हैं और जिसके पास कोई साधन नहीं है वह पैदल ही अपने घर के लिए रवाना हो रहे हैं. प्रवासी मजदूरों को लेकर कई तरह की खबरे सामने आ रही हैं जिनमें कई सच हैं तो कई अफवाह. इसी तरह की एक और खबर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है जिसमें एक महिला अपनी पीठ पर बच्चे को लिए साइकिल चलाते हुए नजर आ रही है.
इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये उन प्रवासी मजदूरों में से एक हैं जिन्हें मजबूरन साइकिल पर घर जाना पड़ रहा हैं.
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क्या है इस तस्वीर की सच्चाई?
हमने इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए इसे गूगल पर रिवर्स सर्च इमेज किया तो पता चला कि ये तस्वीर गलत दावे के साथ पेश की जा रही है. जानकारी के मुताबिक ये तस्वीर न तो लॉकडाउन के समय की है और न ही भारत की. दरअसल हमें जानकारी मिली उसके मुताबिक ये तस्वीर नेपाल के नेपालगंज शहर की है.
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पीआईबी ने भी इस बात की पुष्टी की है कि ये तस्वीर भारत की नहीं है और गलत दावे के साथ पेश की जा रही हैं. इसी के साथ सलाह भी दी है कि सोशल मीडिया पर शेयर हो रही ऐसी किसी तस्वीर या वीडियो से सतर्क रहने की जरूरत है
Source : News Nation Bureau