सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ श्रद्धालु गणेश प्रतिमा को पालकी पर बिठाकर एक चर्च के अंदर ले जाते दिख रहे हैं. वायरल वीडियो मुंबई का बताया जा रहा है, गणेश प्रतिमा को ईसा मसीह के मूर्ति के करीब लाकर रख दिया जाता है. फिर लोग भजन गाने लगते हैं...भजन खत्म होता है तो कुछ लोग चर्च में प्रार्थना करने लगते हैं. आखिर में भगवान गणेश जी की पालकी को हाथ लगाया जाता है. दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो इसी गणेश चतुर्थी का है और गणेश जी की इस प्रतिमा को चर्च में स्थापित किया गया. न्यूज नेशन मामले की पड़ताल की तो उसमें सच सामने आया. आइये जानते हैं क्या है वायरल वीडियो का सच?
जानिए पड़ताल का सच
सच जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च किया तो हमें कप्तान हिंदुस्तान नाम से एक ट्वीट मिला, जिसमें लिखा था "स्पेन में गणेश उत्सव का आयोजन करने वाले कुछ भारतीयों ने पादरी से पूछा कि क्या वे चर्च के सामने सड़क से जुलूस ले जा सकते हैं, क्योंकि यह चर्च में प्रार्थना का समय है. जवाब में चर्च के अधिकारियों ने उन्हें गणपति बप्पा को कुछ मिनट के लिए चुपचाप अंदर लाने के लिए कहा ताकि दोनों भगवान मिल सकें. इसलिए न्यूज नेशन की पड़ताल में मुंबई का बताया जाने वाला ये वीडियो फेक है.
In Spain, few Indians who organised Ganesh festival asked the Church whether they can take the procession through a road in front of the church as it's prayer time. In reply church authority asked them to bring Ganpati bappa for few min inside the chuch so both Gods can meet. pic.twitter.com/k2OCcsjmbG
— Kaptan Hindustan™ (@KaptanHindostan) September 5, 2021
कैसे हुआ शक
भजन-कीर्तन विदेशी भाषा में किया जा रहा है. साथ ही वीडियो में दिखाई दे रहे ज़्यादातर लोग विदेशी मूल के हैं. चर्च में गणेश जी को बिठाया जाना ही शक की बड़ी वजह है.
न्यूज नेशन ने पड़ताल की शुरुवात ट्विटर से की. टीम ने पहले पुष्टि के लिए इंटनरेट पर इस घटना को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स खंगाली तो हमें (Current Trigger) नाम की एक वेबसाइट में छपी रिपोर्ट मिली. लेकिन ये रिपोर्ट 31 अगस्त 2017 को वेबकास्ट की गई थी. रिपोर्ट में उसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है जो सोशल मीडिया में मुंबई की बताकर शेयर की जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक स्पेन के (Ceuta और Melilla) में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों ने गणेश प्रतिमा के साथ अगस्त 27, 2017 में एक यात्रा निकाली थी. जब वे एक कैथोलिक चर्च की ओर बढ़ रहे थे तो चर्च के पादरी (Vicar General Father Juan José Mateos Castro) ने उन्हें गणेश प्रतिमा के साथ चर्च के अंदर आने का न्योता दिया. जिसके बाद कुछ देर के लिए गणेश जी की पालकी को चर्च के अंदर ले जाया गया था. हालांकि इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद (Father Juan José Mateos Castro) को माफी मांगनी पड़ी थी. साथ ही अपने पद से भी स्तीफा देना पड़ा था.
इस तरह हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ है....ना तो ये वीडियो मुंबई का है और ना ही चर्च में गणेश प्रतिमा स्थापित की गई थी...घटना 4 साल पुरानी यूरोपियन देश स्पेन की है...जहां कुछ देर के लिए गणपति की मूर्ति को चर्च के अंदर लाया गया था.
HIGHLIGHTS
- आखिर क्या है मूर्ति स्थापना की सच्चाई
- सोशल मीडिया पर वायलर हो रहा वीडियो
- इसी गणेश चतुर्थी का बताया जा रहा वीडियो