मोदी सरकार नई शिक्षा नीति लागू करने पर काम कर रही है. इस दौरान सोशल मीडिया पर एक संदेश तेजी से वायरल हो रहा है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत दसवीं की बोर्ड परीक्षा नहीं होगी. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि इस वायरल मैसेज की सच्चाई क्या है? ये मैसेज वाट्सअप पर सर्कुलेट हो रहा है. लोगों के लिए भ्रामक संदेश बेचैन करने वाला है. इस मामले में पीआईबी की टीम ने संदेश की सच्चाई को खंगालने की कोशिश की है. उसने पाया कि ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. पीआईबी द्वारा मामले को जांचने के बाद ये बात सामने आई है कि सरकार की नई शिक्षा नीति के तहत ऐसी कोई मंशा नहीं है और ना ही कोई आदेश जारी किया है. नई शिक्षा नीति का हवाला देकर इस मैसेज में कहा गया है कि शिक्षा विभाग और केंद्र सरकार ने 2020 की प्रस्तावित शिक्षा नीति के मद्देनजर 10वीं की बोर्ड परीक्षा नहीं करवाने का आदेश जारी किया है.
ये एक फेक खबर है. नई शिक्षा नीति, 2020 में स्कूल और उच्च शिक्षा के संबंध में कई सुधारों पर प्रस्ताव है जैसे डिग्री पाठ्यक्रमों में कई प्रवेश और निकास विकल्प, विश्वविद्यालयों के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा, उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए एकल नियामक आदि और एमफिल कार्यक्रमों को बंद करना.
हालांकि, नई शिक्षा नीति में दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को खत्म करने का प्रस्ताव नहीं है, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है. यह नीति बोर्ड और प्रवेश परीक्षाओं में सुधार करने की बात करती है ताकि कोचिंग कक्षाएं शुरू करने की जरूरत को खत्म किया जा सके.
HIGHLIGHTS
- नई शिक्षा नीति, 2020 में स्कूल और उच्च शिक्षा के संबंध में कई सुधारों पर प्रस्ताव है
- सरकार की नई शिक्षा नीति के तहत ऐसी कोई मंशा नहीं है