सोशल मीडिया में 42 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो एक हिंदू शादी का है. जिसमें मुस्लिम को खाना पकाने का ठेका मिला था. लेकिन इसने खाने में थूक मिला गया. दावे के मुताबिक वायरल वीडियो में ये शख़्स चावल और मटन कोरमा में थूक मिलाता कैमरे में कैद हुआ. वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा- 'क्या हो रहा है? खाने में थूक' वायरल वीडियो का सही लोकेशन वायरल वीडियो के साथ नहीं बताई गई है. वीडियो में एक शख़्स मास्क पहने हुए नज़र आ रहा है, जिससे साबित होता है कि वीडियो कोरोना काल का है, वीडियो में कहीं-कहीं हिंदी सुनाई दे रही है.
What is going on? Spitting in food? Yuck.... pic.twitter.com/kdix3QnELf
— Manjeet Bagga (@Goldenthrust) November 8, 2021
पड़ताल
वायरल वीडियो भारत का ही है बताया जा रहा है, लेकिन इसकी सही लोकेशन वायरल वीडियो के साथ नहीं बताई गई है. हमने वीडियो से ही सच का क्लू तलाशा तो वीडियो में तीन ऐसी बातें दिखाई दी, जो हमारी पड़ताल का आधार बनी.
वीडियो से मिला पहला क्लू
खाने में थूकने के अभी तक जितने भी वीडियो वायरल हुए हैं, वो ज़्यादातर मोबाइल कैमरे से चोरी-छिपे बनाए गए थे, लेकिन इस वीडियो में इस पूरी घटना को रिकॉर्ड करता एक बड़ा कैमरा दिखाई दे रहा है. जिससे लगता है कि मामला कुछ और है.
वीडियो से मिला दूसरा क्लू
वीडियो में कोई एक शख़्स नहीं है, बल्कि कई लोग दिखाई दे रहे हैं, जो इस घटना के चश्मदीद हैं, सवाल यही है कि भला खाने में थूक मिलाने के जैसा घिनौना काम कोई इतने लोगों के सामने क्यों करेगा ?
वीडियो से मिला तीसरा क्लू
वीडियो के आखिर में सभी लोग बरकत और आमीन कहते सुने जा सकते हैं. भला खाने में थूक मिलाने के बाद कोई आमीन शब्द का इस्तेमाल क्यों करेगा ?
कैसे सामने आया सच ?
सोशल मीडिया में इस वीडियो के बारे में जानकारी जुटाई तो एक ट्वीट मिला...जिससे जानकारी मिली के ये लोग खाने में थूक नहीं मिला रहे हैं बल्कि ये फातिहा पढ़ रहे हैं. ये जानकारी मिलने के बाद हमने एक मुस्लिम धर्म के जानकार मौलाना अब्दुल लतीफ को अपनी पड़ताल में शामिल किया. जिन्होंने बताया कि वीडियो में दिखाई दे रहे लोग फ़ातिहा रहे हैं. ये खाना पकाने के बाद की जाने वाली एक प्रक्रिया है. इस दौरान पकाए गए खाने पर क़ुरान की कुछ आयतें पढ़ी जाती हैं. जिसका मकसद होता है कि पकाए गए खाने में बरकत हो.
इस तरह हमारी पड़ताल से साफ हो गया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये लोग खाने में थूक नहीं रहे थे, बल्कि फातिहा पढ़ थे. वीडियो में एक शख़्स मास्क पहने हुए नज़र आ रहा है, जिससे साबित होता है कि वीडियो कोरोना काल का ही है, वीडियो में कहीं-कहीं हिंदी सुनाई दे रही है, जिससे लगता है कि वीडियो भारत का ही है, लेकिन इसकी सही लोकेशन पता नहीं चल सकी है.
Source : Vinod kumar