PIB Fact Check: सोशल मीडिया पर आए दिन फेक न्यूज का अंबार लगा रहता है. इन खबरों के माध्यम से जनता के बीच सनसनी फैलाने की कोशिश होती है. ऐसा ही एक मामला सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. एक लेटर की मदद से ये दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने हाल के बजट में स्वास्थ्य सेवा पर पांच प्रतिशत कर का प्रस्ताव रखा है. आइए जानने का प्रयास करते हैं कि इस वायरल दावे में कितनी सच्चाई है. पीआईबी ने इस फर्जी लेटर को शेयर करते हुए लिखा कि 'एक ट्वीट में इस तरह दावा हो रहा है कि केंद्र सरकार ने हाल के बजट में स्वास्थ्य सेवा पर पांच प्रतिशत कर का प्रस्ताव किया है.
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इस ट्वीट के उसने इस पत्र को भी अटैच किया है. यह पत्र वर्ष 2011 का है. पीआईबी का कहना है कि इसे गलत तरह से शेयर किया गया है. पीआईबी से दावे को गलत बताया है. उसका कहना है कि केंद्र सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है.
दरअसल ये ट्वीट तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार ने किया था. पीआईबी द्वारा इसे फर्जी करार दिए जाने के बाद उन्होंने इसके लिए तुरंत माफी मांग ली. उन्होंने इस तरह की जानकारी को शेयर करने पर खेद भी प्रकट किया. तृणमूल कांग्रेस के सांसद ने अपनी गलती मानते हुए ट्वीट किया कि उन्हें इस जानकारी के गलत पता चलने पर बेहद खुशी हुई. बिना किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि यह वर्षों पहले की गई एक पुरानी दलील है, अब से प्रासंगिक नहीं है. इस संदेश को कई सम्मानि अधिकारियों और कार्यकर्ता द्वारा भेजा गया था. मगर अब पता लगा कि इस समय का पत्र नहीं है. इसके लिए मैं माफी मांगता हूं.
Source : News Nation Bureau