सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक स्कूल में कुछ मुस्लिम समुदाय के बच्चे बैठे हुए हैं और एक आदमी कक्षा में चल रही गतिविधियों पर सवाल खड़ा करते हुए नजर आ रहे हैं। इसी दौरान दूसरा शख़्स ये कहता हुआ नजर आ रहा है कि प्राइमरी स्कूल में इस्लामीकरण को बढ़ावा देने की साजिश चल रही है। दावा किया जा रहा है कि ये दिल्ली का एक प्राइमरी स्कूल है, जहां मदरसा चलाया जा रहा है और मदरसे में पढ़ने आने वाले बच्चों के लिए मटन बिरयानी भी स्कूल में ही बनाई जा रही है। वीडियो को शेयर करते हुए के यूजर ने लिखा-"दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के बड़े-बड़े दावे करने वाले केजरीवाल सरकार की शिक्षा व्यवस्था का एक रूप यह भी देखिए, दिल्ली के सरकारी स्कूलों को जेहादियों को अवैध रूप से देकर मदरसे में बदलना शुरू कर दिया है। ये दिल्ली के विजय नगर का एक सरकारी स्कूल है।" न्यूज़ नेशन की लाई डिटेक्टर इनवेस्टिगेशन टीम के विनोद कुमार की इस रिपोर्ट के जरिए
दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के बड़े-बड़े दावे करने वाले केजरीवाल सरकार की शिक्षा व्यवस्था का एक रूप यह भी देखिए ..
दिल्ली के सरकारी स्कूलों को जेहादियों ने अवैध रूप से देकर मदरसे में बदलना शुरू कर दिया है
ये दिल्ली के विजय नगर का एक सरकारी स्कूल है।@KapilMishra_IND pic.twitter.com/lAXMbx3pPU— आरती मिश्रा (@aartimishra___) November 27, 2021
पड़ताल
हमने वीडियो की पड़ताल की तो इसमें दो क्लू दिखाई दिए, वीडियो में जो स्कूल दिखाई दे रहा है उसकी दीवार पर प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर लिखा है। इस स्कूल के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि ये स्कूल यूपी के गाजियाबाद में है। वीडियो में दूसरा क्लू दिखाई रहे पुलिसकर्मियों की वर्दी से मिला। जिनकी यूनिफॉर्म पर यूपी पुलिस का लोगो लगा है।
पड़ताल के दौरान हमें फेसबुक पर बीजेपी के एक नेता गुप्ता का पोस्ट मिला, जिसमें वीडियो का बड़ा वर्जन मौजूद था, वीडियो को डिस्क्रिप्शन में जो जानकारी दी गई, उसके मुताबिक वीडियो गाजियाबाद के विजयनगर का है, जहां 19 नवंबर 2021 को गुरु पर्व की छुट्टी के दिन इस वीडियो को रिकॉर्ड किया गया था। दरअसल छुट्टी होने के बावजूद कुछ मुस्लिम बच्चे स्कूल के अंदर जा रहे थे। इसके अलावा स्कूल में खाना भी पकाया जा रहा था। शक होने पर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया।
हमारे संवाददाता हिमांशु शर्मा ने मौके पर पहुंचकर इस घटना के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि रियाजुद्दीन नामक एक शख्स अपनी पत्नी के साथ गाजियाबाद के विजय नगर के प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर में रहता था। वो स्कूल की देखरेख और साफ-सफाई का कार्य करता था। स्कूल की छुट्टी के दिन उसने 'कुरान खानी' नाम के एक इस्लामिक कार्यक्रम का आयोजन किया था। हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इस कार्यक्रम को बंद करा दिया था, लेकिन किसी ने इस मामले में FIR नहीं कराई, इसलिए मामला वहीं निपट गया। इस तरह हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ है। वायरल वीडियो दिल्ली का नहीं बल्कि यूपी के गाजियाबाद का है और वीडियो में स्कूल के अंदर मदरसा नहीं चलाया जा रहा था बल्कि एक धार्मिक आयोजन किया गया था, जो सिर्फ कुछ घंटों के लिए था।
Source : Vinod kumar