कोरोना वायरस (corona virus) के खतरे के बीच डेंगू देश में पैर पसार रहा है... लगातार डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच एक मैसेज वायरल किया जा रहा है. इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि अगर नारियल के तेल से पैरों पर मालिश की गई, तो डेंगू से बचा सकता है... साथ ही नारियल का तेल मच्छर के एक डंक पर भारी है. इस मैसेज को नारायण संजय नाम के यूजर ने शेयर करते हुए लिखा है " डेंगू बुखार फैल रहा है. अपने घुटनों से पैर के पंजे तक नारियल का तेल (coconut oil) लगायें. यह एक एंटीबायोटिक परत की तरह सुबह से शाम तक काम करता है.. डेंगू का मच्छर घुटनों तक की ऊँचाई से ज्यादा नही उड़ सकता है. किसी को (dengu) हुआ हो तो हरी ईलायची के दानो को मुंह में दोनो तरफ रखे, ख्याल रहे , चबाये नही. खाली मुँख में रखने से ही खून के कण नार्मल और प्लेटलेट्स तुरंत ही बढ़ जाते हैं.
अगस्त-सितंबर में हुई बारिश की वजह से मच्छर कहीं ज्यादा बढ़ गए और नतीजा ये हुआ कि डेंगू, मलेरिया समेत वायरल फीवर लोगों को बीमार कर रहा है.. ऐसे में दावे का सच सामने लाने के लिए हम दिल्ली के सीनियर फिजिशियन डॉ. प्रसून सेडॉन से मिले. उन्होंने हमें बताया, नारियल तेल में एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टी होती है.. लेकिन ये एक्टिव इन्फेक्शन में प्रभावी रहे, ऐसा जरूरी नहीं है... मच्छर का डंक इतना नुकीला होता है कि तेल की पर्त से फर्क नहीं पड़ता.. हालांकि नारियल तेल जब तक शरीर पर रहता है, तब तक मच्छर के काटने में कमी आ सकती है.. जांच के दौरान हमें WHO की एक रिसर्च मिली.. जिसमें बताया गया है कि जिस मच्छर से डेंगू होता है, वो 400 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है. ये मच्छर शरीर के किसी भी खुले हिस्से में काट सकता है. जरूरी नहीं, सिर्फ पैर पर ही मच्छर काटे, हाथ पर भी काटने से डेंगू हो सकता है..
फेक निलका दावा
इस तरह हमारी पड़ताल में साफ हो गया नारियल के तेल से डेंगू के बचाव का जो दावा किया जा रहा है वो गलत है... इसका कोई प्रमाण नहीं है कि घुटनों से पंजों तक नारियल तेल की मालिश की जाए, तो डेंगू नहीं होगा..
HIGHLIGHTS
- सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावे का मैसेज
- पड़ताल में फेक साबित हुआ वायरल मैसेज का दावा
- WHO की रिसर्च के बाद आई सच्चाई सामने