सोशल मीडिया (social media) पर 20 सेकंड का एक वीडियो वायरल है...जिसे अफगानिस्तान के पंजशीर का बताया जा रहा है. रेगिस्तानी इलाके में एक कार दौड़ती दिखती है. इसके बाद सुनाई देती है गोलियों की गूंज. हथियारों से लैस लोग कार पर गोलियों की बौछार कर देते हैं. थोड़ी दूर जाकर कार पलट जाती है.. दावा है कि दो तालिबानी लड़ाकों पर रेजिस्टेंस फोर्स ने हमला कर उन्हें ढेर कर दिया है..ये दावा उस वक्त है जब तालिबान करीब-करीब पंजशीर पर कब्जा कर चुका है. वायरल वीडियो का सच पता लगाने के लिए न्यूज नेशन टीम ने पड़ताल की तो वीडियो की कलई खुलकर सामने आ गई..
सच की तलाश में हमारी लाई डिटेक्टर की टीम ने पंजशीर में मौजूदा स्थिति और मीडिया रिपोर्ट्स खंगालना शुरू कीं. हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो की सच्चाई खंगाली, तो एक इंस्टा एकाउंट पर यही वीडियो मिला जो वायरल वीडियो से डेढ़ मिनट बड़ा है.. 5 जनवरी को अपलोड इस वीडियो के साथ कैप्शन दिया है...''किलिंग आईएसआईएस गैंगस्टर स्टाइल" और जगह बताई है हादिता इलाका.. हमने हादिता में आईएसआईएस पर हमले को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स सर्च की तो एक जगह पूरी जानकारी मिल गई..
जिसके मुताबिक वायरल वीडियो इराक के हादिता का है. स्वीडन का रहने वाला एक शख्स आईएसआईएस के लिए लड़ने पहुंचा था. उसके साथ इस्लामिक स्टेट का एक आतंकी भी था. जैसे ही कुर्दिश के एसडीएफ फाइटर ने इन्हें देखा, तो हमला कर दिया, जिसमें दोनों आतंकी मारे गए. इस तरह हमारी पड़ताल में साफ हो गया, कि पंजशीर में तालिबानियों को उड़ाने का जो दावा किया जा रहा है वो गलत है। ये वीडियो पंजशीर का नहीं, इराक का है...
HIGHLIGHTS
- सोशल मीडिया पर वायरल में किया जा रहा दावा
- हथियारों से लैस लोग कार पर गोलियों की कर रहे बौछार
- पड़ताल में गलत साबित हुआ दावा