इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें कुछ युवक एक व्यक्ति को सड़क पर गिराकर पीटते हुए दिख रहे हैं. वीडियो के कैप्शन में लिखा हुआ है. देश बर्बादी की तरफ़ चल नही भाग रहा है, अगर इस सत्य से कोई भाग रहा है तो वो देश की बर्बादी का कारण बन चुका है. श्री_राम के नाम और बेगुनाहों का खून,
वो दिन दूर नही जो अंधभक्ति मे लीन है उनका अपना घर भी इस आग की चपेट में आएगा. वीडियो को यूपी का बताया जा रहा है. साथ ही दुहाई दी जा रही है कि लोग श्रीराम की भक्ति में इतनी अंधे हो चुके हैं कि उन्हें किसी की जान की भी परवाह नहीं है. लगभग 30 सैकेंड का ये वीडियो देख सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं.
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दरअसल, ये वीडियो मनीष कुमार एडवोकेट के ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है. वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हो गया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसकी खोजबीन शुरु की. साथ ही फेक्ट टीम को मामले को वर्कआउट करने के लिए लगाया. जहां पता चला की वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि बिहार का है. इसलिए जिस वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा था. वह उत्तर प्रदेश से न होकर थाना भभुआ, जनपद कैमूर, बिहार से संबंधित है. यूपी पुलिस ने अपने फेक्ट चैक ट्विटर हैंडल से स्पष्ट करते हुए वीडियो को फिर से शेयर किया. साथ ही कैप्शन में लिखा कि कृपया पूर्ण सत्यापन के उपरान्त ही संबंधित राज्य को टैग करके ट्वीट करें.
इस तरह ये भड़काऊ वीडियो पूरी तरह से फेक पाया गया. इसके साथ ही पुलिस की ओर से निर्देशित भी किया गया कि इस तरह के वीडियो सोशल मीडिया पर डालने वालों को चिंहित कर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.
Source : News Nation Bureau