सोशल मीडिया (social media)में श्रद्धालुओं पर लाठीचार्ज का एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो दिल्ली के कालकाजी मंदिर का है. जहां दुर्गा अष्टमी के दिन मंदिर को अचानक जानबूझकर बंद कर दिया गया. लोगों ने आपत्ति जताई तो उनपर लाठीचार्ज कर दिया गया. वीडियो को शेयर करते हुए ऋतम् नाम की यूजर ने लिखा- "दिल्ली के प्रसिद्ध कालका जी मंदिर के गेट को पुलिस ने बंद कर श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक लगा दी है.. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.. साथ ही पुलिस ने श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाने पर वहां के पुजारियों में रोष है..
दिल्ली के प्रसिद्ध कालका जी मंदिर के गेट को पुलिस ने बंद कर श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक लगा दी है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। साथ ही पुलिस ने श्रद्धालुओं पर लाठियां भी बरसाईं हैं। मंदिर बंद होने से वहां के पुजारियों में रोष है।#कालकामंदिर #DelhiPolice pic.twitter.com/4qJOEULKNw
— Ritam | ऋतम् (@TheRitamApp) October 13, 2021
पड़ताल
वीडियो के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि हाल में ही मंदिर पर (Delhi Disaster Management Authority) के नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा था...जिसके बाद नवरात्र तक मंदिर के गर्भगृह को श्रद्धालुओं की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. लेकिन वायरल वीडियो में पूरा मंदिर बंद करने का दावा किया जा रहा है. हमने मंदिर प्रशासन से वीडियो की सच्चाई जानने की कोशिश की तो हमें एक और वीडियो मुहैया कराया गया. इस वीडियो में मंदिर के कपाट बंद नज़र आ रहे हैं. मंदिर के पुजारी इसकी वजह भी बता रहे हैं..
यह वीडियो कुछ दिन पुराना है. नवरात्रि के आरंभ में भीड़ ज्यादा होने की वजह से लाइन को आगे बढ़ाने के लिए ऐसा हुआ. परंतु इसके कुछ समय बाद ही तैयारी और पुख्ता कर ली गई जिसमें श्रद्धालुओं को आराम रहे. सब शांति पूर्ण है.
— DCP South East Delhi (@DCPSEastDelhi) October 13, 2021
आज हाईकोर्ट के आदेश पर कालकाजी मंदिर सील करवा दिया गया pic.twitter.com/tXCtuZIFFb
— 🚩 योगी आदित्यनाथ फैन 🕉 भोले का दिवाना🕉 ) (@maheshyagyasain) October 14, 2021
कैसे पता चला सच ?
चूंकि इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं.. इसलिए हमने साउथ-ईस्ट दिल्ली की डीसीपी ईशा पांडे से बात की तो हमें बताया गया कि दिल्ली पुलिस पहले ही वीडियो के साथ किए जा रहे दावे का खंडन कर चुकी है. डीसीपी ईशा पांडे ने अपने ट्वीट में लिखा कि वायरल वीडियो दुर्गा अष्टमी का नहीं बल्कि नवरात्र की शुरुआत का है. जब अचानक मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई थी, भीड़ को मैनेज करने के लिए मंदिर को कुछ देर के लिए बंद किया गया था... लेकिन व्यवस्था दुरुस्त होने के बाद मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे.
इस तरह हमारी पड़ताल में वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ है. वीडियो दुर्गा अष्टमी का नहीं है और ना ही जानबूझकर मंदिर के कपाट बंद किए गए थे. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कुछ देर के लिए मंदिर बंद किया गया था..
HIGHLIGHTS
- सोशल मीडिया पर श्रद्धालुओं पर लाठीचार्ज का वीडियो हो रहा वायरल
- मंदिर बंद होने से पुजारियो में रोष व्याप्त है
- न्यूज नेशन की पड़ताल में दावा हुआ गलत साबित
Source : Vinod kumar