सोशल मीडिया में 30 सेकंड का एक वीडियो वायरल है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि तालिबानी लड़ाके काबुल में लोगों के घरों की तलाशी ले रहे हैं और जिन घरों में टीवी मिल रहे हैं उनके टीवी सरेआम सड़क पर लाकर तोड़े जा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो काबुल पर तालिबान के कब्ज़े के बाद का है. वीडियो में तालिबानी लड़का 27 सेकंड के भीतर टीवी को चकनाचूर कर देता है, इस दौरान लोग तमाशबीन बने देखते रहते हैं, कोई भी इस लड़ाके को रोकने की हिम्मत नहीं करता, वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा "अगर आप लोग तालिबान का समर्थन करते हो तो पूरी तरह करो, घर के सारे टीवी, रेडियो और मनोरंजन के सारे समान तोड़ डालो. प्लीज पूरा वीडियो देखें और देखो इनकी असली सोच कितनी घातक और ख़तरनाक है. इंसानियत के लिए. जानिए, न्यूज़ नेशन की लाई डिटेक्टर इनवेस्टिगेशन टीम के विनोद कुमार की इस रिपोर्ट के जरिए
20 साल पहले जब तालिबान का अफगानिस्तान में राज़ था, तब मनोरंजन के उद्देश्य से कोई भी घर में टीवी नहीं रख सकता था क्योंकि तालिबान के फरमान के मुताबिक टेलीविजन एंटरटेनमेंट...इस्लाम का अपमान था. अब एक बार फिर तालिबान का राज़ आते ही म्यूजिक पर पहरा बिठा दिया गया है, जिन रेडियो स्टेशन में गाने बजते थे, वहां कुरान की आयतें पढ़वाई जा रही हैं और जिन घरों में टीवी पर फिल्में देखी जाती हैं, वहां पुरानी पाबंदियों को अमल में लाने को कहा जा रहा है, लेकिन क्या ये पाबंदियां नहीं मानने पर टीवी भी तोड़े जा रहे हैं, हमने वायरल वीडियो की पड़ताल की...हमने वीडियो की फ्रेमिंग कर इसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया...तो हमें 27 मार्च 2021 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला..
इंटरनेट पर मिले इस वीडियो के साथ जो जानकारी दी गई उसके मुताबिक वायरल वीडियो अफगानिस्तान के एक रेगिस्तानी इलाके का है, जहां तालिबानी आतंकियों ने एक घर में टीवी चलते देखा तो उसे तोड़ डाला...कई और मीडिया रिपोर्ट्स में भी वीडियो को मार्च महीने का ही बताया गया है. इस तरह हमारी पड़ताल में साबित हुआ कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा आधा सही और आधा गलत है. वीडियो में टीवी तोड़ रहा शख़्स तालिबानी लड़ाका ही है, लेकिन ये वीडियो काबुल पर तालिबान के कब्जा करने से करीब 5 महीने पहले का है.
Source : News Nation Bureau