अपने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) में फेरबदल करते हुए एप्पल ने इंटरनेट-आधारित वॉयस कॉल्स का प्रयोग नहीं होने पर भी उसे बैकग्राउंड में रन करने वाले एप्स की पहुंच बाधित करने की योजना बनाई है. फोन कॉल कनेक्शन को तेजी से लगाने के लिए वर्तमान में फेसबुक के स्वामित्ववाली एप्स - मैसेंजर और वाट्सएप एक फीचर को बैकग्राउंड में चलाती रहती है, जिसे वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) के नाम से जाता है. वाट्सएप वीओआईपी को एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन की सुविधा देती है.
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फॉक्स बिजनेस की रिपोर्ट में मंगलवार को कहा गया कि इस फीचर्स के माध्यम फेसबुक और अन्य कंपनियां यूजर के फोन से डेटा भी एकत्र करती रही है. अब एप्पल ने अपने नवीनतम आईओएस में इसे बाधित करने की योजना बनाई है. इस आईओएस को कंपनी इस साल के अंत में जारी करेगी.
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ऐसी स्थिति में फेसबुक समेत अन्य मैसेंजिंग एप डेवलपर्स को अपने एप को एप्पल के दिशा निर्देश के तहत लाने के लिए रिडिजाइन करना होगा. एप्पल ने इस बारे में जून में हुए वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कान्फ्रेंस भी घोषणा की थी.