गूगल ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए लोन ऐप के जरिये ग्राहकों को अपने मकड़जाल में फंसाने वाले 2000 ऐप्स को अपने प्ले स्टोर से आउट कर दिया है. जी हां, बीते कुछ टाइम से इस तरह के कई मामले सामने आए हैं जब इंस्टेंट लोन (Instant Loan Apps) देने के नाम पर लोन एप्स के जरिये लोगों को अपने कर्ज के जाल से फंसाया गया. ऐसे ही जालसाज जो लोन ऐप के जरिये मासूम लोगों को अपना शिकार बनाने वाले ऐप्स पर गूगल ने बड़ा एक्शन लिया है.
नियमों-शर्तों का उल्लंघन बना बड़ा कारण
गूगल ने ऐप्स की मॉनिटरिंग करने पर पाया की ज्यादातर लोन ऐप्स नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने एक बड़ा एक्शन लिया है. गूगल ने अपने प्ले स्टोर से 2,000 से अधिक लोन ऐप को अपने प्ले स्टोर (Google Play Store) से आउट कर दिया है. गूगल ने बताया कि इन लोन ऐप को अपने प्ले स्टोर से हटाने के पीछे नियमों और शर्तों का उल्लंघन किया जा रहा था.. इन ऐप्स ने अपनी कई जानकारियों को गूगल से छुपाया है और लोगों को गलत जानकारी देकर अपने कर्ज के जाल में फंसाया है.
यूजर की सेफ्टी हमारी पहली प्राथमिकता
गूगल के एशिया प्रशांत रीजन के सीनियर डायरेक्टर और ट्रस्ट और सेफ्टी हेड सैकत मित्रा ने साफ कहा है कि कंपनी उन सभी क्षेत्रों में रेगुलेशंस का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है जिनमें वह संचालन करती है. सैकत मित्रा ने कहा कि गूगल की हमेशा कोशिश रहती है कि वह यूजर सेफ्टी को प्राथमिकता दें और डिजिटल अपराध को होने से रोके.डिजिटल क्राइम को रोकने और यूजर्स सिक्योरिटी को लेकर गूगल जल्द ही सरकार के समक्ष भी अपना पक्ष रखेगा.
कोविड काल का फायदा उठाकर फंसाया
कोविड काल में जब देश में चारों ओर जॉब संकट गहराया गया था. सभी इंडस्ट्रीज पूरी तरह से बंद थी और दौरान अचानक से गैर-रजिस्टर्ड लेंडिंग ऐप (Non Registered Lending Apps) की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखी गयी थी. यह ऐप लोगों को लोन देने के बाद उनसे 200% तक ब्याज दर लेते हैं. ऐसे इन ऐप्स के कर्ज के जाल में फंसकर कई लोगों ने आत्महत्या तक कर लिया. इन ऐप्स के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद आरबीआई ने भी लोगों ने इन गैर-रजिस्टर्ड लेंडिंग ऐप से सावधान रहने को कहा है. आरबीआई ने कर्ज के जाल में फंसे लोगों को पुलिस में शिकायत दर्ज करने के सलाह ही थी.
Source : Arun Kumar