आज कल के व्यस्त जीवन में अक्सर देखा गया है लोगों पर अपना मोबाइल समय-समय पर चार्ज करने का भी वक्त नहीं हैं या वे रोजमर्रा के कामों में चार्ज करना भूल जाते हैं. ऐसे में लोग पावर बैंक से चलते-फिरते चार्ज करना एक बेहतर ऑप्शन समझते हैं. इसी के चलते लोग बड़ी संख्या में पावर बैंक का इस्तेमाल करने लगे हैं. सभी कंपनियां कहती हैं कि उनका पावर बैंक तुरंत फोन चार्ज करता है. लेकिन दावे तो दावे हैं दावों का क्या? इसलिए मोबाइल के लिए पावर बैंक खरीदते समय इन 7 बातों का ध्यान जरूर रखें.
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- जो पावर बैंक आप खरीदते हैं उसकी बैटरी स्ट्रेंथ कम से कम स्मार्टफोन के बैटरी जितनी जरूर होनी चाहिए.
- अपने फ़ोन की बैटरी पर लिखी जानकारी ज़रूर पढ़ लें. अगर पावर बैंक की स्ट्रेंथ बैटरी से अधिक है तो बढ़िया है. पावर बैंक का स्ट्रेंथ जितना ज़्यादा 'मिली एम्प आवर' यानी एमएएच होगा उतना अच्छा, क्योंकि आप फ़ोन और टैबलेट दोनों उससे चार्ज कर सकेंगे.
- इस बात का भी ध्यान रखें कि पावर बैंक का आउटपुट वोल्टेज आपके फ़ोन के बराबर या उससे ज़्यादा हो.
- अगर आप एक फ़ोन और साथ में एक टैबलेट रखते हैं तो दो चार्जिंग पोर्ट वाले पावर बैंक खरीदें. ज़ाहिर है, आपका समय बचेगा और आपके डिवाइस में बैटरी की जान बनी रहेगी.
- अगर पावर बैंक में ऑटो कट फ़ीचर है तो इससे वो ओवरचार्ज नहीं होता है. ये ज़्यादा दिन चलता है.
- आपका पावर बैंक कितना बढ़िया है और कितने अच्छे से आपके फ़ोन को चार्ज करता है, इसका पता लगाने के लिए आप एक माइक्रो यूएसबी चार्जिंग किट ख़रीद सकते हैं जो आपके मोबाइल या पावर बैंक के बीच कनेक्ट हो जाता है. इससे आप इस बात पर नज़र रख सकते हैं कि आपका फ़ोन जल्दी चार्ज होगा या नहीं.
- अगर चार्ज किट के सभी लाइट ऑन है तो इसका मतलब आपके फ़ोन को पूरी चार्जिंग मिल रही है. अगर सिर्फ एक या दो लाइट ऑन हैं इसका मतलब पावर बैंक कमज़ोर है. ऐसे में या तो आपको नया पावर बैंक खरीदना होगा या उसे फिर से चार्ज करना होगा.
Source : News State