काईओस ( KaiOS) के फीचर लेस फोन भारत के बाजार में 2017 के मध्य में आया, लेकिन रिलायंस जियो फोन (Reliance Jio Phone) की लोकप्रियता के कारण काईओस का ऑपरेटिंग सिटस्ट आज देश में छा गया है. सैन डिएगो निर्मित कैलिफोर्निया मुख्यालय वाली स्टार्टअप कंपनी काईओस टेक्नोलोजी और सीईओ सेबास्टीन कोडेविल के नेतृत्व में काईओस आज एंड्रॉयड और आईओस के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटिंग सिस्टम है.
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स्टैटकाउंटर का डाटा बताता है कि भारत में एंड्रॉयड की बाजार हिस्सेदारी 91.5 फीसदी है और आईओस की हिस्सेदारी 2.6 फीसदी है जबकि काईओस की बाजार हिस्सेदारी देश में 4.3 फीसदी है. यह आंकड़ा जुलाई 2019 का है.
काईओस की उत्पत्ति से एक नई केटेगरी के डिवाइस का विकास हुआ जिसमें स्मार्टफोन के फीचर्स हैं. जो लोग स्मार्टफोन की कीमत चुकाने में समर्थ नहीं हैं उनके लिए ये डिवाइस वरदान साबित हुए हैं क्योंकि इससे यूजर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं और इस तरह डिजिटलीकरण का जो विभाजन है उसे पाटा जा सकता है.
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काईओस के ऑपरेटिंग सिस्टम से लैस डिवाइस में यूजर व्हाट्सएप, यूट्यूब, गूगल मैप, गूगल असिस्टेंट और फेसबुक समेत काईस्टोर का इस्तेमाल कर सकते हैं. रिलायंस जियो के काफी सस्ते डाटा रेट की वजह से इस डिवाइस ने भारत के एक बड़ी आबादी को टूजी नेटवर्क से हाईस्पीड 4जी नेटवर्क का इस्तेमाल करने की राह सुगम बना दिया है.