इंस्टैंट मेसेजिंग ऐप व्हाट्सएप (Whatsapp) को उसकी नई प्राइवेसी पॉलिसी की वजह से काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. यही वजह है कि दुनियाभर के लोग अब WhatsApp को छोड़कर दूसरे विकल्पों की ओर जा रहे हैं. WhatsApp ने यूजर्स को एक नोटिफिकेशन भेजकर एप्रूव करने या रिजेक्ट करने का ऑप्शन दिया था. उस नोटिफिकेशन की शर्त यह थी कि 8 फरवरी तक इसे एप्रूव नहीं करने पर आपका व्हाट्सएप अपने आप डिलीट हो जाएगा.
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सिर्फ 48 घंटे में हासिल कर ली उपलब्धि
वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी की वजह से बहुत सी चीजों में बदलाव दिखाई पड़ रहा है. Apple App Store पर Signal ने Whatsapp को पछाड़कर सर्वोच्च शिखर पर पहुंच गया है. सिग्नल ने यह उपलब्धि सिर्फ 48 घंटे में हासिल कर ली है. आप इससे अनुमान लगा सकते हैं कि Whatsapp के नई पॉलिसी को लेकर लोगों में कितना गुस्ता है जिसकी वजह से लोग अब दूसरे विकल्पों की ओर जा रहे हैं.
विज्ञापन रहित है सिग्नल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिग्नल ने दावा किया है कि उसका प्लेटफॉर्म विज्ञापन रहित है और प्राइवेसी के मामले में भी काफी भरोसेमंद है. डाउनलोड के मामले में Signal Free Apps कैटिगरी में Apple App Store पर नंबर 1 हो गया है. इसके अलावा Google Play Store पर यह चौथी पोजीशन पर आ गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्ले स्टोर पर भी सिग्नल को डाउनलोड करने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
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व्हाट्सएप के इस नोटिफिकेशन के चलते दुनिया भर में लोग दूसरे इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप की ओर जा रहे हैं और उनके लिए Signal और Telegram सबसे पसंदीदा ऐप बनते जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार Signal ऐप यूजर डेटा के नाम पर लोगों से केवल कॉन्टैक्ट नंबर लेता है. दुनियाभर में जर्नलिस्ट, एक्टिविस्ट, पॉलिटिशियन्स, लॉयर्स और सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स आदि बड़ी संख्या में इसका इस्तेमाल करते हैं. आज हम आपको इस ऐप की खास बातें बताएंगे. Signal Messenger LLC मोजिला (Mozilla) जैसे एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन सिग्नल फाउंडेशन के अधीन काम करता है. एनक्रिप्टेड टेक्स्टिंग के लिहाज से यह ऐप काफी अच्छा है. नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन सिग्नल फाउंडेशन का किसी टेक कंपनी से साझेदारी नहीं है. Signal यूजर्स के डोनेशन सपोर्ट से इस ऐप का डेवलपमेंट होता है.