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यह सिर्फ राखी ही नहीं, बहनों की कलाई पर बंधा सुरक्षा डिवाइस है यह

इसके जरिए कोई अप्रिय घटना होने पर राखी में एक बटन दबाने पर परिजनों को मैसेज और कॉल भेजा जा सकता है. इसे डबल क्लिक करना होगा. यह डिवाइस एक्सीडेंट होने पर संदेश भेजने के साथ ब्लड ग्रुप और दवाओं के बारे में भी जानकारियां साझा करने में सक्षम है.

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Nihar Saxena
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Rakhi

एक बटन दबाने पर परिजनों को मैसेज और कॉल भेजा जा सकता है.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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रक्षाबंधन के सहारे रक्षा का वचन देने और जिम्मेदारी निभाने की कहानी तो बहुत सुनी होगी, लेकिन अब यह हकीकत मे तब्दील हो चुकी है. अब न सिर्फ बहनों की तरफ से तैयार की गई राखियां कलाइयों की शोभा बढ़ाएंगी, बल्कि उनकी सुरक्षा भी करेंगी. इसे गोरखपुर आईटीएम इंजीनियरिंग कालेज की दो छात्राओं ने साकार कर दिखाया है. इस रक्षाबंधन में यह एक ऐसा अनोखा तोहफा है, जो समाज को सुरक्षित रखने के लिए एक डिवाइस का काम करेगी. गोरखपुर के इंस्ट्यूट आफ टेक्नॉलाजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम) गीडा इंजीनियरिंग कालेज की कप्यूटर साइंस की दो छात्रा पूजा और विजया रानी ने मिलकर एक स्मार्ट राखी तैयार की है. पूजा ने बताया कि स्मार्ट राखी किसी प्रकार की अनहोनी से पहले लोगों को सचेत करने में काफी कारगर होगी.

बटन दबाते ही अनहोनी का नैसेज या कॉल भेजे
इसके अलावा इसके जरिए कोई अप्रिय घटना होने पर राखी में एक बटन दबाने पर परिजनों को मैसेज और कॉल भेजा जा सकता है. इसे डबल क्लिक करना होगा. यह डिवाइस एक्सीडेंट होने पर संदेश भेजने के साथ ब्लड ग्रुप और दवाओं के बारे में भी जानकारियां साझा करने में सक्षम है. इतना ही नहीं, इससे डाक्टर द्वारा त्वरित इलाज भी मिल सकेगा. छात्राओं ने बताया स्मार्ट मेडिकल सेफ्टी राखी को मोटर साइकिल या चार पहिया वाहन चलाते समय आप अपने मोबाइल के ब्लूटूथ से अटैच कर इस्तेमाल कर सकते हैं. स्मार्ट मेडिकल राखी में आप अपने डॉक्टर एम्बुलेंस या परिवार के सदस्यों के नंबर सेट कर सकते हैं और कोई इमरजेंसी होने पर मेडिकल राखी में बटन को दबाते ही आप के सेट नंबर पे कॉल लोकेशन सेंड हो जाता है और मदद हो जाती है.

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महज 900 रुपये के खर्च में बनी सुरक्षा राखी
इसे बनाने में 900 रुपए का खर्च आया है. इसमें ब्लूटूथ और बैटरी के अलावा नैनो पार्ट्स का इस्तेमाल किया गया है. यह एक बार चार्ज होने पर तकरीबन 12 घंटे का बैकअप देगी. इसे गाड़ी चलाने पर ब्लूथूट से अटैच किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि भाई की कलाई पे बांध कर अपने मोबाइल के ब्लूटूथ से अटैच कर स्मार्ट राखी के सॉफ्टवेयर में आप अपने भाई-बहन या परिजन, एम्बुलेंस या पुलिस के 3 नंबर सेट कर सकते हैं. इसके साथ ही इस सॉफ्टवेयर में आप अपने ब्लड ग्रुप मेडिकल सम्बंधित जानकारी भी सेव कर सकते हैं. स्मार्ट राखी में एक बटन लगा है जिसे मुसीबत के वक्त महिलाएं इसे दबा कर अपने भाई रिश्तेदार व पुलिस एम्बुलेंस डॉक्टर को लोकेशन भेज सकती है.

HIGHLIGHTS

  • गोरखपुर की आटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्राओं का आविष्कार
  • राखी के साथ-साथ कलाई पर बंधा इमरजेंसी डिवाइस सा काम करेगा
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