Smartphone Addiction: बदलते समय के साथ स्मार्टफोन अब हर किसी की एक आम जरूरत है. यहां तक कि स्कूल जाने वाले बच्चे भी बिना इंटरनेट और स्मार्टफोन के पढ़ाई नहीं कर सकते हैं. क्यों कि उनके काम की जानकारियां कहीं ना कहीं किताबों में कम इंटरनेट पर ज्यादा होती है. स्मार्टफोन के बढ़ती उपयोगिता की वजह से ही इसका इस्तेमाल किराने का सामान लाने से लेकर आपके बैंकिग तक हो रहा है. हर काम सब को जल्द से जल्द करना है और इसका एकमात्र रास्ता कामों को डिजिटली करना ही नजर आता है.
क्या आप जानते हैं कि स्मार्टफोन ने आपको उसका आदि बना दिया है. ये ना सिर्फ आपकी सेहत पर बुरा असर डाल रहा है बल्कि आपके रिश्तों में भी कई बार कड़वाहट घोलने की वजह बनता है. कई बार तो यूजर को ही इस बात की जानकारी ही नहीं होती कि वह स्मार्टफोन अडिक्टेड हो गया है. हम कुछ बिहेवियर पैटर्न के आधार पर स्मार्टफोन अडिक्शन की पहचान कर सकते हैं.
ये आदतें कर रही Smartphone Addiction की ओर इशारा
अगर आप स्मार्टफोन का इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा करते हैं और यहां तक कि आपके खाली समय में आपको बेचैनी होने लगती है तो यह आदत आपके लिए सही नहीं है. खाली समय में लपककर स्मार्टफोन पकड़ लेना खतरे की घंटी बजा रहा है.
दिन भर स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं और किसी एक समय आपका स्मार्टफोन कहीं रख कर भूल जाते हैं ऐसे में बैचेनी का बढ़ना एक संकेत हो सकता है. यही बैचेनी गुस्से में बदलने लग जाए तो मान सकते हैं कि आप स्मार्टफोन अडिक्टेड हो रहे हैं.
स्मार्टफोन अगर रातों की नींद उड़ा रहा है तो ये भी खतरे की घंटी है. कई बार कुछ यूजर्स स्मार्टफोन को लेकर इतना बेचैन रहते हैं कि रात को सोते हुए भी कई बार जग- जग कर फोन चेक करते हैं. ऐसी आदत का होना भी अच्छा संकेत नहीं है.
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स्मार्टफोन जब आपके वर्कप्लेस पर आपको काम में ध्यान ना देने दे या आप अपनी फैमिली टाइम के वक्त भी स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने के बारे में सोचें तो यह आदत भी एडिक्शन की ओर इशारा करती है.
स्मार्टफोन के इस्तेमाल से अगर आप सड़क दुर्घटनाओं का भी शिकार हो जाते हैं तो आप स्मार्टफोन अडिक्टेड हैं. ऐसा अगर बार- बार होता है तो यह आपके लिए और भी खतरनाक हो सकता है.
Source : News Nation Bureau