एयर कंडिशनर (Air Conditioner) में आग लगने की घटनाएं अकसर सामने आती रहती हैं. इसकी वजह से हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है. दिल्ली-एनसीआर के साथ जयपुर में कई जगहों पर एसी (AC) में आग लगने के केस सामने आए हैं. जयपुर में एसी के कारण पति-पत्नी की जान जा चुकी है. आज हम आपको एक खास जानकारी देने जा रहे हैं. इसकी मदद से आप बड़े हादसों को रोक सकते हैं. इससे न सिर्फ आपकी जान बच सकती है, बल्कि आप पूरे परिवार की सेफ्टी बढ़ा सकते हैं. हमें हादसा होने से पहले खुद एसी ही इसकी जानकारी देगा. वह इसे डिस्प्ले करने लगता है.
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एसी का तापमान आप डिस्प्ले पर देख सकते हैं. यहां पर आग लगने की जानकारी आप पहले ही ले सकते हैं. एसी के डिस्प्ले में एरर कोड नजर आता है. यह एरर कोड एसी के फॉल्ट को दर्शाते हैं. आमतौर पर एसी में आग लगने की वजह ओवर हीटिंग होती है या शॉर्ट सर्किट भी बड़ा कारण होता है.
ओवर हीटिंग को लेकर एरर कोड तैयार किए जाते हैं
कई एसी बनाने वाली कंपिनयों की ओर से ओवर हीटिंग को लेकर एरर कोड तैयार किए जाते हैं. इसके जरिए आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका एसी ओवर हीट तो नहीं हुआ है. आप तुरंत एक्शन लेकर एसी को स्विच आफ कर सकते हैं. एरर कोड डिस्प्ले होने पर आप इंटरनेट का सहारा ले सकते हैं. एयर कंडीशनर का मॉडल नाम आदि डालकर उस कोड के बारे में सारी जारी ले सकते हैं. इस तरह से एसी में किसी तरह की खराबी का पता चल सकता है. एरर कोड हर कंपनी का अलग-अलग होता है. ऐसे में आप अपने कंपनी के कोड को पहचानें और एसी में आग के खतरे से बच सकते हैं.
मैकेनिक झूठ नहीं बोल पाएगा
अगर आप एरर कोड के बारे में समझेंगे तो आपसे एसी मैकेनिक झूठ नहीं बोल पाएगा. वह आपसे ठगी नहीं कर सकेगा. आप पहले से एसी की खराबी को समझ पाएंगे. अकसर मैकेनिक गैरजरूरी सर्विस देकर पैसे बना लेते हैं. एसी के एरर कोड से आप उसकी समस्या का पता लगा सकते है और चाहें तो खुद भी इसे सही कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau