व्हाट्सएप यूजर्स के निजी मैसेज सर्च इंजन पर कथित तौर पर लीक होने की खबरों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप नई प्राइवेसी पॉलिसी (Whatsapp New Policy) लाने वाला है, जिसे लेकर विवाद चल रहा है. व्हाट्सएप के नए नियम की वजह से बड़ी संख्या में यूजर्स सिग्नल और टेलीग्राम जैसे दूसरे एप्स पर अपना अकाउंट बना रहे हैं. इस बीच कंपनी ने अपनी पॉलिसी को लेकर बयान जारी किया है. व्हाट्सएप (WhatsApp) ने सफाई दी है. व्हाट्सएप ने कहा कि नीति में हालिया बदलाव से दोस्तों या परिवार के साथ किए गए आपके मैसेज की निजता या गोपनीयता पर असर नहीं पड़ेगा.
यह भी पढ़ें : Rupee Open Today 13 Jan 2021: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर, 4 पैसे गिरकर खुला भाव
अब व्हाट्सएप (WhatsApp) विज्ञापन के जरिए अपनी बात रखी है. व्हाट्सएप ने कहा कि, हम यह 100 फीसदी साफ कर दें कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के जरिए आपके प्राइवेट मैसेजेस आगे भी सेफ रहेंगे. बता दें कि व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी 8 फरवरी से लागू होगी, जिसे स्विकार न करने वाले यूजर्स आगे व्हाट्सएप का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.
यह भी पढ़ें : राम मंदिर के लिए आज से चंदा अभियान शुरू करेगा विहिप, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से होगी शुरुआत
व्हाट्सएप इस बात का कोई रिकॉर्ड नहीं रखता कि कौन यूजर किसे कॉल या मैसेज कर रहा है. कंपनी ने कहा, 'जहां आमतौर पर मोबाइल ऑपरेटर्स इस प्रकार की जानकारी रखते हैं, हमारा मानना है कि 2 अरब यूजर्स का यह रिकॉर्ड रखना प्राइवेसी और सिक्योरिटी दोनों तरह का खतरा है, इसलिए हम ऐसा नहीं करते. ' कंपनी ने साफ कर दिया है कि व्हाट्सएप या फेसबुक आपके प्राइवेट मैसेजेस नहीं देख सकता और ना ही आपकी कॉल्स सुन सकता है. व्हाट्सएप में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का फीचर दिया गया है, जो यह सुनिश्चित करता है कि यूजर के मैसेज सिर्फ सेंडर या रिसीवर ही पढ़ सके. यहां तक ही खुद कंपनी भी आपकी चैट नहीं देख पाएगी.
यह भी पढ़ें : Fact Check : सरकार ने कर्मचारियों को 20 दिनों छुट्टी लेना अनिवार्य कर दिया, जानें सच
कंपनी ने कहा, 'व्हाट्सएप या फेसबुक आपके द्वारा शेयर की गई लोकेशन को नहीं देख सकता.' हालांकि अपडेटेड प्राइवेसी पॉलिसी में यह साफ किया गया है कि 'हम आपके फोन नंबर और IP एड्रेस जैसी जानकारी के जरिए यूजर की जनरल लोकेशन का पता रखते हैं.' व्हाट्सएप आपके कॉन्टैक्ट्स को फेसबुक के साथ शेयर नहीं करता. कंपनी ने कहा, 'जब आप हमें परमिशन देते हैं तब हम आपकी लिस्ट से सिर्फ फोन नंबर को एक्सेस करते हैं, ताकि मैसेजिंग फास्ट हो सके. इन्हें किसी दूसरे एप्स के साथ शेयर नहीं किया जाता.'
यह भी पढ़ें : किसानों के समर्थन के लिए ब्रिटेन-भारत व्यापारिक सौदे की इच्छा
बता दें कि सोशल मैसेंजिग ऐप WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर काफी विवाद हो रहा है. इस बीच गूगल (Google) पर सर्च करने पर एक बार फिर व्हाट्सएप प्राइवेट ग्रुप दिखाई दे रहे हैं. अब कोई भी गूगल पर सर्च करके व्हाट्सएप के प्राइवेट ग्रुप ढूंढ सकता है और उन्हें जॉइन कर सकता है. यह दिक्कत पहली बार 2019 में दिखी थी. हालांकि इसे पिछले साल दुरुस्त किया गया था.
Source : News Nation Bureau