Womens Fitness Myths: महिला फिटनेस के टॉप 10 फर्जी फंडे, जानें क्या है सही-क्या गलत?

Common Myths about Female Fitness: महिलाओं के हेल्थ से जुड़े कई मिथक हैं, जिनका कोई प्रमाण नहीं है. बावजूद इसके बड़ी संख्या में लोग आज भी इसे यकीन करते हैं.

author-image
Sourabh Dubey
New Update
womens fitness
Advertisment

Women Health: हेल्थ हर इंसान के लिए जरूरी है, चाहे वह पुरुष हो या नारी. मगर हमारे समाज में अक्सर महिलाओं की सेहत को नजरअंदाज किया गया है. ज्यादातर महिलाएं शादी से पहले या शादी के बाद घर गृहस्थी तक ही सिमट कर रह जाती है. वह पूरे जीवन दूसरों के बारे में सोचती है, खुद पर ज्यादा ध्यान नहीं देती. हालांकि हाल फिलहाल में इस स्थिति में बदलाव आए हैं. सोशल मीडिया के आने के बाद से, महिलाओं के बीच सेहत को लेकर सतर्कता बढ़ी है. अब महिलाओं ने भी जिम, योग, एरोबिक आदि को अपने जीवनशैली का हिस्सा बना दिया है.

हालांकि अभी भी समाज में महिलाओं की फिटनेस के बारे में लोगों के मन में कई सारे सामान्य भ्रम हैं, तो चलिए आज इस आर्टिकल में उन भ्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त करें.

यहां महिलाओं की सेहत से जुड़े 10 सामान्य भ्रम:

1. महिलाओं को वजन नहीं उठाना चाहिए क्योंकि इससे उनका वजन बढ़ जाएगा.
2. महिलाएं पुल-अप्स या शरीर के ऊपरी हिस्से के अन्य व्यायाम नहीं कर सकतीं.
3. भारी वजन उठाने से महिलाएं बहुत अधिक मस्कुलर हो जाएंगी.
4. महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान व्यायाम नहीं करना चाहिए.
5. महिलाएं स्वाभाविक रूप से पुरुषों की तुलना में कम एथलेटिक होती हैं.
6. महिलाओं को केवल ग्रुप फिटनेस क्लासेस ही करनी चाहिए, एकल वर्कआउट नहीं.
7. महिलाओं को पुरुषों के समान परिणाम प्राप्त करने के लिए उनकी तुलना में अधिक एक्सरसाइज करनी पड़ती है. 
8. महिलाएं लंबी दूरी तक दौड़ नहीं सकतीं या सहनशक्ति वाले खेल नहीं कर सकतीं.
9. प्रतिस्पर्धी खेलों के लिए महिलाएं बहुत भावुक होती हैं.
10. एक निश्चित उम्र के बाद महिलाएं मांसपेशियां नहीं बना पातीं.

health news Health News In Hind health news hindi Woman Health
Advertisment
Advertisment
Advertisment