Cancer Treatment Cost: कैंसर का इलाज कराने वालों के लिए सरकार ने हाल ही में एक बड़ी राहत का ऐलान किया है. सोमवार को जीएसटी काउंसिल की 54वीं बैठक में कैंसर के इलाज में उपयोग होने वाली दवाओं पर जीएसटी की दर को 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है. इससे कैंसर के इलाज का खर्च कम हो जाएगा और मरीजों को राहत मिलेगी. इससे पहले, बजट में सरकार ने कैंसर की तीन महत्वपूर्ण दवाओं पर कस्टम ड्यूटी भी शून्य कर दी थी, जिससे इन दवाओं पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगेगा. इन दोनों फैसलों का फायदा बड़ी संख्या में कैंसर मरीजों को होगा.
कैंसर एक गंभीर और तेजी से फैलने वाली बीमारी है जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है. इसकी गंभीरता और महंगे इलाज के कारण कई मरीज समय पर इलाज नहीं करा पाते. सरकार के इस नए फैसले से इलाज की लागत कम होगी, जिससे मरीजों को समय पर उपचार मिल सकेगा.
भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या
भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 तक देश में कैंसर से होने वाली मौतों की संख्या लगभग 13.92 लाख थी, जबकि 2018 में यह संख्या केवल 7.84 लाख थी. कैंसर के इलाज की लागत इतनी अधिक होती है कि कई मरीज समय पर इलाज नहीं करवा पाते. जीएसटी में कटौती से मरीजों को आर्थिक राहत मिलेगी
एक अनुमान के अनुसार, देश में कैंसर का इलाज 2 लाख रुपए से लेकर 15 लाख रुपए तक हो सकता है. इसमें कई अलग-अलग खर्चे शामिल होते हैं
- कंसल्टेंट फीस: 500 से 3000 रुपए
- डायग्नोस्टिक टेस्ट: 1000 से 4000 रुपए
- बायोप्सी: 2000 से 25000 रुपए
- ब्लड टेस्ट: 1000 से 3000 रुपए
- ट्रीटमेंट: 1 से 6 लाख रुपए
- रेडिएशन थेरेपी: 50000 से 2.25 लाख रुपए
- कीमोथेरेपी: 80000 से 8 लाख रुपए
- इम्यूनोथेरेपी: 5 लाख रुपए तक
- पोस्ट ट्रीटमेंट (Post Treatment): 50000 से 4 लाख रुपए तक
इस राहत से मरीजों को इलाज की लागत में कमी आने की उम्मीद है, जिससे उन्हें बेहतर और समय पर इलाज मिल सकेगा.
अस्वीकृति: खबर में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसी भी कदम को उठाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है.
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