Neem Karoli Baba Tips: नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) की ख्याति देश ही नहीं बल्कि विदेश तक फैली हुई है. बड़ी संख्या में लोग उनमें आस्था रखते हैं. 20वीं सदी के महान संतों में शामिल नीम करोली बाबा अपने दिव्य शक्तियों के कारण काफी लोकप्रिय हैं. उनके द्वारा दिए गए विचारों पर लोग आज भी अमल करते हैं. भारत के इस प्रसिद्ध संत की शिक्षाओं में आयुर्वेद का जिक्र भी देखने को मिलता है. उन्होंने आयुर्वेद में ऐसे कई घरेलू उपाय बताए हैं जिनसे डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों से भी बचा जा सकता है. हालांकि उन्होंने कभी सीधे तौर पर किसी विशेष स्वास्थ्य उपचार का प्रचार नहीं किया, लेकिन उनकी शिक्षाएं प्राचीन भारतीय जीवनशैली और आयुर्वेद से जुड़ी हैं. उनके कई अनुयायी और उनकी शिक्षाओं से प्रभावित लोग बेहतर जीवन शैली के लिए आयुर्वेद को अपनाने की सलाह देते हैं.आइए जानते हैं नीम करोली बाबा के कुछ प्राकृतिक उपचार.
नीम के पत्ते और अश्वगंधा
नीम के पत्तों को चबाने से शरीर साफ होता है. इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. इसके पानी से नहाने से त्वचा की समस्याएं भी दूर होती जाती हैं. वहीं अश्वगंधा तनाव को कम करने में मदद करता है. साथ ही ऊर्जा बढ़ाता है. हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करता है. अश्वगंधा पाउडर को गर्म दूध या पानी के साथ ले सकते हैं.
आंवले का जूस और मेथी दाना
आंवला गुणों की खान है. इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो हमारी इम्यूनिटी बढ़ाता है. आंवले को पीसकर उसका जूस निकालें. इसमें शहद मिलाकर खाली पेट पिएं. ब्लड शुगर कंट्रोल करने, पाचन में सुधार करने में मददगार है. एक चम्मच मेथी दाना रात भर पानी में भिगोएं. सुबह खाली पेट पानी पिएं.
हल्दी वाला दूध और त्रिफला पाउडर
हल्दी ऐसी चीज है जो हर घर में आसानी से मिल जाती है. इसमें सूजन कम करने और इम्यूनिटी बढ़ाने के गुण होते हैं. एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं. इसमें शहद या काली मिर्च भी मिला सकते हैं. सोने से पहले इसका सेवन करें. ये शरीर को डिटॉक्स करता है. साथ ही पाचन में सुधार करता है. सेहत के लिए अच्छा होता है. त्रिफला पाउडर को गर्म पानी के साथ सोने से पहले लें.
तुलसी की चाय और अदरक की चाय
तुलसी का आयुर्वेद में विशेष महत्व है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. ये तनाव कम करने में मदद करती है. कुछ तुलसी के पत्तों को पानी में उबालें. इसमें शहद और नींबू निचोड़ें. रोजाना पिएं. अदरक पाचन में मदद करता है और मतली कम करता है. अदरक के टुकड़ों को पानी में उबालें और इसमें नींबू और शहद मिलाएं. इसका रोजाना सेवन करें.
शहद और नींबू पानी, जीरा-धनिया पानी
अगर आपको पाचन में दिक्कत है तो आप इन चीजों का सेवन करें. शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन में सुधार और वजन कम करने में मदद करता है. एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा नींबू का रस मिलाएं. सुबह खाली पेट पिएं. जीरा-धनिया पानी पाचन में सुधार, पेट की गैस कम करने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है. एक-एक चम्मच जीरा, धनिया और सौंफ को पानी में उबालें. छानकर गर्म पिएं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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