भारत में 1.6 करोड़ लोगों ने मिस की कोविड की दूसरी डोज, जिसमें से 1 करोड़ लोग बुजुर्ग

भारत में अब तक 1.6 करोड़ लोगों ने कोविड वैक्सीन लेने के 16 हफ्तों बाद कोविड की दूसरी खुराक मिस कर दी है. उनमें से एक करोड़ से अधिक बुजुर्ग हैं, और बाकी अन्य कमजोर समूहों जैसे कि स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता और 45 वर्ष से अधिक आयु के हैं.

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rajneesh pandey
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भारत में लोगों ने मिस की वैक्सीन की दूसरी खुराक( Photo Credit : News Nation)

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भारत में अब तक कम से कम 1.6 करोड़ लोगों ने कोविड वैक्सीन लेने के 16 हफ्तों बाद कोविड की दूसरी खुराक मिस कर दी है. उनमें से एक करोड़ से अधिक बुजुर्ग हैं, और बाकी अन्य कमजोर समूहों जैसे कि स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता (Front Line Workers) और 45 वर्ष से अधिक आयु के हैं. 1.6 करोड़ का आंकड़ा यह देखकर निकाला गया था कि 2 मई, यानी 16 सप्ताह पहले तक कितने लोगों ने अपना पहला शॉट प्राप्त किया था, और इसकी तुलना उन लोगों की कुल संख्या से की गई, जिन्होंने अब तक अपना दूसरा शॉट प्राप्त किया है. सभी आंकड़े स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति से मिले हैं. मालूम हो कि सरकार ने 13 मई को कोविशील्ड के लिए 12-16 सप्ताह के अंतराल को मंजूरी दी थी, जोकि कुल टीकाकरणों के 85 प्रतिशत से अधिक है. वहीं कोवैक्सीन के लिए, यह बहुत कम 4-6 सप्ताह है.

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अक्टूबर में आ सकती है तीसरी लहर

दरअसल कई विशेषज्ञों ने अक्टूबर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका जताई है. हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाला नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट (NIDM) तीसरी लहर के मद्दनेजर मिल रही चेतावनियों पर अध्ययन कर तीसरी लहर से लड़ने की तैयारियां कर रही हैं. संस्था की ओर से पीएमओ को एक रिपोर्ट भेजी गई है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर की पीक अक्टूबर में सामने आ सकती है. रिपोर्ट में कहा कि अभी ये साफ नहीं है कि तीसरी लहर में बच्चों पर कितना असर पड़ेगा. लेकिन इतना साफ है कि बच्चों पर तीसरी लहर में खतरा बना रहेगा क्योंकि बच्चों का अभी टीकाकरण नहीं किया गया है.

आईआईटी कानपुर ने भी किया लहर के आने का दावा

कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिक ने भी जताई है. कोरोना महामारी के गणितीय मॉडलिंग में शामिल वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल ने कहा है कि अगर डेल्टा से अधिक संक्रामक वायरस उभरता है और सितंबर के आखिरी तक पूरी तरह से एक्टिव हो जाता है, तो तीसरी लहर नवंबर में अपने पीक पर होगी. हालांकि अपनी रिपोर्ट में उन्होंने यह भी कहा है कि यह तीसरी लहर के बराबर खतरनाक नहीं होगा. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि हो सकता है कि डेल्टा वेरिएंट उतना संक्रामक ना भी दो जितना दावा किया जा रहा है. अगर ऐसा है तो फिर तीसरी लहर की आशंका भी खत्म हो जाती है.

HIGHLIGHTS

  • भारत में 1.6 करोड़ लोगों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक छोड़ी
  • 13 मई को कोविशील्ड के लिए 12-16 सप्ताह के अंतराल को दी थी मंजूरी
  • उनमें से एक करोड़ से अधिक लोग बुजुर्ग और 45 वर्ष की आयु से अधिक
MISSED COVID 2ND DOSE
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