देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर वृद्धि हुई है वहीं मरने वालों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बीते 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के आंकड़े को जारी कर दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 45352 नए मामले सामने आए हैं. जबकि 34791 लोग कोरोना से ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं वहीं 366 लोगों की कोरोना से मौत हो गई. देश में फिलहाल कोरोना के कुल एक्टिव केस 399778 हैं जबकि अभी तक 439895 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है.
केरल में कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है. बीते कल भी कोरोना के सर्वाधिक मामले केरल से आए थे और आज भी केरल में संक्रमण के मामले काफी अधिक आए हैं. बता दें कि महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से फैल रहा है. इस बीच राज्य में नाईट कर्फ्यू लगाए जाने पर विचार किया जाने लगा है. साथ ही उत्तराखंड में 7 सितंबर तक के लिए कोरोना कर्फ्यू को बढ़ा दिया गया है.
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60 सालों से अधिक उम्र के लोगों में टीकाकरण की दर काफी कम है. ऐसे में विशेषज्ञ अंदेशा जता रहे हैं कि यदि तीसरी लहर आई तो उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, झारखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य इसके लिए प्रसारक का काम करेंगे. उनके इस अंदेशे की एक बड़ी वजह इन राज्यों में 60 सालों से अधिक उम्र को लोगों में कोरोना वैक्सीन कम लगी है.
इन राज्यों में राष्ट्रीय औसत से कम दी गई है बुजुर्गों को डोज
आंकड़ों की भाषा में बात करें तो इन राज्यों में प्रति 1000 लोगों में वैक्सीननेशन की दर कम होना है. आंकड़े बताते हैं कि 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में कोरोना टीकाकरण का राष्ट्रीय औसत 947.13 है. इसकी तुलना में तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में यह औसत क्रमशः 523.05 डोज, 651.12 और 853.48 है. यहां यह भी नहीं भूलना चाहिए कि इन्हीं तीन राज्यों में 60 साल से अधिक उम्र की एक करोड़ से ज्यादा बुजुर्ग आबादी है.