आजकल 35 साल के युवा भी हार्ट अटैक (Heart Attack) के चलते मौत के मुंह में समा रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह बीजी लाइफस्टाइल (Life Style) है. हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे के रूप में मनाया जाता है. जनरल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल असोसिएशन में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक, हार्ट अटैक (Heart Attack) के दौरान सीने में उठने वाले दर्द को महिलाएं आसानी से सह जाती हैं, लेकिन पुरुष इस मामले में कमजोर निकलते हैं. सीने में दर्द की शिकायत के साथ 42 फीसदी पुरुष हॉस्पिटल पहुंचे हैं, तो वहीं महिलाएं 30.7 प्रतिशत. दरअसल आपके दिल के 5 दुश्मन (5 enemies of your heart) हैं जिन्हें हम खुद पालते-पोसते हैं. पहले ये जान लें ये 5 दुश्मन हैं कौन..
तनाव (Stress)
स्ट्रेस या तनाव अब हमारी जिंदगी को कम कर रहा है. चाहे वह घरेलू हो या दफ्तर का, दोनों स्थिति में तनाव हमारे दिल को कमजोर कर रहा है. हमारे देश में लोगों का रेस्टिंग हार्ट रेट 83 है, सामान्य से ज्यादा है. अगर आप तनाव से जूझ रहे हैं तो बेहतर है इसे कम करने के लिए योग और मेडिटेशन का सहारा लें. परिजनों और दोस्तों के साथ वक्त बिताएं .
स्मोकिंग (Smoking)
दिल के बड़े दुश्मनों में सबसे बड़ा स्मोकिंग है. धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को दिल की बीमारी का खतरा 2से 3 गुना बढ़ जाता है. इस खतरे को कम करने के लिए एक मात्र चारा इसे छोड़ना ही है. अगर आप स्मोकिंग छोड़ देते हैं तो 2 साल के अंदर यह खतरा टल जाता है.
ब्लड प्रेशर (Blood Pressure)
अमेरिकन गाइडलाइंस के मुताबिक भारत में 130/85 बीपी पर इलाज शुरू कर देना चाहिए, जबकि पहले 140/90 पर इलाज शुरू किया जाता था. माना जा रहा है कि कम रीडिंग पर इलाज से लोग जल्दी सचेत हो सकेंगे और बीमारी को बढ़ने से पहले कंट्रोल किया जा सकेगा.
डायबीटीज (Diabetese)
दिल का चौथ दुश्मन है मधुमेह. शुगर बढ़ने पर दिल की बीमारी की आशंका भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है.अगर फास्टिंग ब्लड शुगर नॉर्मल रेंज (90-110) में रहे, लेकिन नॉर्मल में भी नीचे की तरफ ही हो तो बेहतर है.
मोटापा
दिल का दुश्मन मोटापा भी है. अगर आपका पेट का घेरा बढ़ रहा तो समझ लिजिए आपका दिल बीमारियों से घिर रहा है. सामान्य तौर पर महिलाओं में पेट का घेरा 80 सेंटीमीटर (31.4 इंच) और पुरुषों में 90 सेंटीमीटर (35.4 इंच) से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
दिल की बड़ी बीमारियां
दिल से जुड़ी 4 बड़ी बीमारियां हैः एंजाइना, हार्ट अटैक (Heart Attack) , कार्डिएक अरेस्ट और हार्ट फेल्यर. कई बार एसिडिटी के दर्द के दर्द को लोग दिल से जुड़ा दर्द समझकर कन्फ्यूज हो जाते हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो