गर्मी का मौसम है और पेट में गुड़गुड़ होना कॉमन (common) है. क्योंकि गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा जंक फूड खाया जाता है. इसी के कारण स्टमक प्रॉब्लम्स होने लगती हैं. जिसमें सबसे बड़ी प्रॉब्लम होती है कॉन्स्टिपेशन (constipation) यानि कब्ज की. इस प्रॉब्लम के होने का कारण है जंक फूड में डले तेज और चटपटे मसाले. जो इस प्रॉब्लम को बढ़ाते है और आपका पूरा दिन खराब करते हैं. तो चलिए इसका भी इलाज है हमारे पास और वो है हेल्दी फ्रूट्स. लेकिन, ये नहीं कि हमने फ्रूट्स कह दिया तो आप सारे फ्रूट्स खाना शुरू कर दें. वैसे फ्रूट्स तो सारे हेल्दी होते हैं लेकिन कॉन्स्टिपेशन की प्रॉब्लम में फ्रूट्स की लिस्ट जरा अलग है. तो आइए बता दें आपको इस प्रॉब्लम से छुटाकारा दिलाने वाले उन 5 फ्रूट्स के नाम और काम.
इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर आता है अनानास. अनानास चाहे ऐसे ही खा लें या इसका जूस लें लें. ये दोनों ही कॉन्स्टिपेशन (constipation) के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. अनानास में ब्रोमलेन (Bromelain) नाम का एंजाइम (enzyme) पाया जाता है जो इंटेस्टाइन्स को हेल्दी रखता है.
वहीं दूसरे नंबर पर इस प्रॉब्लम से पपीता भी छुटकारा दिलाने में मदद करता है. क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन D, पैटेशियम और कैल्शियम होते है. पपीता एक ऐसा फ्रूट है जो इंटेस्टाइन्स को भी साफ रखता है. दिन में एक बार पपीता खा लिया समझो इस प्रॉब्लम से निजात पा लिया. अगर हर सुबह अपने रूटीन में पपीता शामिल कर लेंगे तो कॉन्स्टिपेशन की प्रॉब्लम भी दूर हो जाएगी साथ ही ब्लड शुगर भी मेंटेन रहेगा.
लिस्ट में नंबर तीन पर है ऑरेंज (orange). इसमें विटामिन C, मिनरल्स (Minerals) और डाइटरी फाइबर (dietary fiber) होता है. रोजाना एक संतरा खाने से या इसका जूस पीने से कॉन्स्टिपेशन (constipation) की प्रॉब्लम दूर हो जाती है.
सेब (apple) स्टमक के लिए बेहद फायदेमंद होता है. एप्पल का सर्बिटोल नाम का एलिमेंट इस प्रॉब्लम को दूर करता है. बस ये ध्यान रखें कि कॉन्स्टिपेशन (constipation) के लिए सेब को खाली पेट और छिलके के साथ ही खाएं. खाना खाने के तुरंत बाद सेब नहीं खाना चाहिए. आप चाहें तो सेब का जूस बनाकर भी पी सकते हैं. इससे भी प्रॉब्लम में आराम मिलेगा.
तो वहीं आखिरी नंबर पर नाशपाती आती है. नाशपाती खाना भी पेट के लिए फायदेमंद होता है. नाशपाती को फाइबर (fiber) का खजाना कहा जाता है. इसमें सेब के कम्पैरिजन में आठ गुना ज्यादा सर्बिटोल (serbitol) होता है. नाशपाती में भी पेक्टिन (pectin) नाम का एलिमेंट होता है. जो पेट को साफ रखता है. नाशपाती को नॉर्मली भी खाया जा सकता है और इसका जूस भी बनाया जा सकता है.
Source : News Nation Bureau