भारत में कोरोना महामारी (Coronavirus) की दूसरी लहर बड़ी तेजी के साथ फैल रही है. भारत में कोरोना वायरस के मामलों में बड़ा उछाल दर्ज किया गया है. शुक्रवार को देश में कोरोना के 81 हजार से अधिक नए केस दर्ज किए गए हैं. जो साल 2021 का सबसे बड़ा आंकड़ा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 469 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई है. इसी के साथ अब देश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 6 लाख को पार कर गई है. जबकि अब तक कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा भी 1.63 लाख पहुंच गया है.
इसी बीच न्यूज नेशन के संवाददाता राहुल डबास ने दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) के प्रोफेसर एसए हुसैन (Pr. SA Hussain) से बात की. देश में कोरोना जिस तरह से फैल रहा है, और इसके बाद भी लोग अब जिस तरह से लापरवाही बरत रहे हैं, इसको लेकर प्रो. एसए हुसैन ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि देशवासियों की लापरवाही के कारण महामारी की लहर जल्दी जल्दी आ सकती है. इतना ही नहीं उन्होंने 3 महीने से कम में भी समय में रिइन्फेक्शन की संभवना जताई.
ये भी पढ़ें- कोरोना के बढ़ते मामलों पर केंद्र अलर्ट, प्रभावित 12 राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ कैबिनेट सचिव की बैठक
3 महीने के अंदर रीइंफेक्शन की संभावना
एम्स के प्रोफेसर ने कहा कि 'ICMR का रिसर्च पूरी तरीके से ठीक है. उन्होंने आगे कहा कि 102 दिन यानी तकरीबन 3 महीने के अंदर दोबारा कोरोना का रीइंफेक्शन देखने को मिल सकता है. यहां तक कि हमारे अस्पताल में तो कई मामले ऐसे सामने आए हैं, जहां 2 महीने में एक व्यक्ति दोबारा कोविड-19 पॉजिटिव हो गया. इससे साफ संकेत मिलते हैं कि कोरोना कुछ समय के बाद अलग-अलग वेव देखने को मिलेगी और हमें पहले से ज्यादा सावधान रहना होगा.'
भारत में फैल चुका है N440 स्ट्रेन
जिस तरह से छत्तीसगढ़ में कोरोना का बिल्कुल नए तरह का स्ट्रेन मिला है, प्रो. हुसैन ने उसपर भी चिंता जताई. प्रो. एसए हुसैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ के हालात मुंबई से पूरी तरह से अलग है. मुंबई में विदेश से आने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा है, लेकिन छत्तीसगढ़ में कम है. इसके बाद भी छत्तीसगढ़ में N440 स्ट्रेन पाया गया. इससे ये साफ होता है कि यह म्यूटेशन भारत में फैल चुका है. हालांकि अभी इस पर और शोध किया जाना बाकी है, जिससे साफ हो पाएगा किए कितना घातक है. और कितनी तेजी से लोगों को संक्रमित करता है.
ये भी पढ़ें- सचिन तेंदुलकर अस्पताल में भर्ती, पिछले हफ्ते पाए गए थे कोरोना पॉजिटिव
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है
कोरोना महामारी के बढ़ते दायरे को देखते हुए प्रो. हुसैन ने कहा कि यह बात ठीक है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने महामारी को लेकर बैठक बुलाई है. इस महामारी की दूसरी लहर से निपटने के लिए केंद्र सरकार भी राज्यों के साथ संवाद कर रही है. लेकिन लोगों के अंदर से कोरोना का डर खत्म हो गया है, संक्रमण का खौफ निकल चुका है. सिर्फ मीडिया में ही जागरूकता है, जबकि जनता के अंदर जागरूकता होनी जरूरी है. जब तक कोरोनावायरस रहेगा डर से लोग संक्रमण से बचने की कोशिश करेंगे, तमाम प्रोटोकॉल का पालन करेंगे और बड़ी संख्या में टीकाकरण किया जाएगा तभी महामारी से लड़ा जा सकता है.
बता दें कि होली से पहले ही कई राज्यों में कोरोना के मामलों में तेजी दर्ज की गई थी. लेकिन अब होली के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं. सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है, जहां बीते दिन रिकॉर्ड 43 हजार से अधिक केस सामने आए. कोरोना की शुरुआत से लेकरअबतक किसी भी एक राज्य में एक दिन में इतने केस दर्ज नहीं किए गए हैं. चिंता की बात ये है कि सिर्फ पुणे, मुंबई में ही 8-8 हजार से अधिक केस दर्ज किए गए हैं. महाराष्ट्र में हर दिन के साथ ही कोरोना की रफ्तार भी बढ़ रही है.
HIGHLIGHTS
- 3 महीने के अंदर कोरोना का रीइंफेक्शन देखने को मिल सकता है
- छत्तीसगढ़ में N440 स्ट्रेन मिलना गंभीर विषय है- प्रो. एसए हुसैन
- होली के बाद कोरोना से हालात बेकाबू हो गए हैं