Alarm: कोल्ड के अटैक से करें अपनी सुरक्षा, घरेलू उपचार से सर्दियों को कहें अलविदा

सर्दियों ने दस्तक दे दी है और इस मौसम में तेज ठंडी हवाएं भी चलती हैं। मौसम में बदलाव होने से बीमार होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

author-image
ruchika sharma
एडिट
New Update
Alarm: कोल्ड के अटैक से करें अपनी सुरक्षा, घरेलू उपचार से सर्दियों को कहें अलविदा

कोल्ड वॉर अटैक (फाइल फोटो)

Advertisment

सर्दियों ने दस्तक दे दी है और इस मौसम में तेज ठंडी हवाएं भी चलती हैं। मौसम में बदलाव होने से बीमार होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ठंड का मौसम अपने साथ कई बीमारियां लाता है और अगर इसे नजरअंदाज किया जाये तो कई बीमारियां आप पर हमला कर देती है।

सर्दियों में अस्थमा, खांसी , जुकाम , नज़ला , सांस की बीमारियां , हृदय रोग जैसी दिक्कतें बढ़ जाती है सर्दियों में ठंड के कारण हृदय की धमनियों पर असर पड़ता है जिसके कारण हृद रोग होने का खतरा बना रहता है

ठंड के मौसम में दिल के दौरे के ज्यादा मामले सामने आते है

दिल के मरीजों की धमनियों में ऐंठन आ सकती है दिल के मरीजों के लिए सुबह 4 बजे से लेकर 6 बजे तक का समय सबसे संवेदनशील होता है, इसी दौरान दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है

जिन लोगों का ब्लड प्रेशर असंतुलित रहता है उन्हें भी सर्दियों में एतिहात बरतनी चाहिए। माईग्रेन, फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित लोगों पर कोल्ड वॉर होने का खतरा ज्यादा बना रहता है।

और पढ़ें: अंग्रेजों से लोहा लेने रण में कूदी थी महान वीरांगना 'झलकारी बाई', झांसी की रानी से मिलती थी शक्ल

इस कड़ाके की सर्दी में ठंड के अटैक से बचने के लिए इन टिप्स का ख्याल रखें:

  • पानी खूब पिएं क्योंकि यह गला जाम होने से रोकता है और नमी बनाए रखता है। आम तौर पर पिए जाने वाले आठ गिलास से भी ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें। इसे पानी, नारियल जूस या सूप के रूप में सेवन करें।
  • सीने और फेफड़ों को साफ रखने के लिए रोजाना दो बार भाप जरूर लें, इससे आपको सांस लेने में आसानी होगी। एक बड़े बर्तन में गर्म पानी के ऊपर सिर रखकर नाक के जरिए धीरे-धीरे भाप लें। भाप लेने से पहले पानी में पुदीने या नींबू के तेल की कुछ बूंदें मिला लें।
  • हर्बल कोल्ड बाम सर्दियों के लक्षणों से राहत प्रदान करता है। पुदीना, नीलगिरी या जायफल युक्त बाम में से किसी एक को चुनें। नीलगिरी सीने में जमा कफ को दूर करता है, पुदीना गले की खराश दूर करता है और जायफल रक्त संचार को दुरुस्त करता है।
  • कफ और गले में सूजन होने पर गुनगुने पानी में नमक मिलाकर गरारा करना सदियों पुराना उपचार है। गुनगुने पानी में चुटकी भर नमक और हल्दी पाउडर मिलाकर दो बार गरारा करें इससे आप बेहतर महसूस करेंगे।
  • गर्म पानी के बोतल से सिकाई करने पर चेस्ट पर जमा हुआ कफ दूर होता है। हॉट वाटर बैग को गर्म पानी से भरकर उसके ऊपर पतला कपड़ा लपेट लें और इससे कंधे और सीने की सिकाई करें। बेहतर परिणाम के लिए सिकाई के पहले आप चाहे तो कोई बाम लगा सकते हैं।

और पढ़ें: भारत में अभ्यास करने वाली पहली महिला डॉ. रुख्माबाई का जन्मदिवस, गूगल ने डूडल बनाकर किया याद

Source : News Nation Bureau

cold heart diseases winters
Advertisment
Advertisment
Advertisment