अमेरिकी शोधकर्ताओं ने इबोला संक्रमण के उपचार के लिए पहला मानव परीक्षण शुरू कर दिया है, जो फिलहाल प्रारंभिक चरण में ही है।
नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (एनआईएच) क्लिनिकल सेंटर के मुताबिक, 'वीआरसी608' नाम से पहले चरण के नैदानिक परीक्षण में 'एमएबी114' नाम के मोनोक्लोनल एंटीबॉडी की सुरक्षा और सहनशीलता की जांच की जा रही है।
जांचकर्ता 18 से 60 साल की उम्र के 18 से 30 स्वस्थ वॉलंटियर्स पर यह परीक्षण करेंगे।
मैरीलैंड के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शस डिजीज (एनआईएआईडी) के निदेशक एंथोनी एस.फॉकी ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि यह परीक्षण इबोला वायरस के लिए प्रयोगात्मक उपचार की सुरक्षा को पुख्ता करेगा, जो इस मूल्यांकन प्रक्रिया का पहला महत्वपूर्ण इस कदम है।'
उन्होंने कहा, 'इबोला अत्यधिक घातक है और कोंगो में इबोला के नए मामलों से हमें पता चलता है कि हमें इबोला का जल्द से जल्द तोड़ निकालने की जरूरत है।'
Source : IANS